होमगार्ड विभाग में अब नो करप्शन,ऐसा करने वालों पर होगा एक्शन : डीजी, बी. के. मौर्य
सुधार
1 – प्रदेश के लाखों जवानों का वेतन ऑन लाईन कर दिया गया,पैसा वसूलने का सिस्टम खत्म
2 -प्रदेश के लाखों जवानों की जन्म कुंडली साफ्टवेयर में स्कैन कर लॉक कर दिया गया
3- अफसरों को टार्गेट करने वालों पर भी है हमलोगों की पैनी नजर
4- शासन के अफसर कम्प्यूटर पर एक क्लीक कर जान लेंगे किसी भी अफसर,जवानों की कार्य प्रणाली
5 -9 दिनों तक चला दो-दो मंडल के अफसरों की मीटिंग,कईयों को मिली सराहना तो कुछ को मिली फटकार
संजय श्रीवास्तव
लखनऊ। माडर्न टेक्रोलॉजी को चुन उत्तर प्रदेश पुलिस में अतिरिक्त महानिदेशक, लॉजिस्टिक के पद पर रहे बिजय कुमार मौर्य ने यूपी पुलिस में एक से बढ़कर एक नये प्रयोग किये जिससे ‘खाकी’ का नाम देश ही नहीं विदेशों में भी छा गया। वही बी. के.मौर्य होमगार्ड विभाग के सभी काम को माडर्न टेक्रोलॉजी के माध्यम से ऑन लाईन कर दिये हैं। मसलन, लाखों जवानों की सैलरी अब सीधे उनके खाते में जा रही है…। सभी अधिकारियों या जवानों के रिकॉर्ड साफ्टवेयर कैद है…। शासन पर बैठे अधिकारी किसी की भी जन्म कुंडली जानना चाहेंगे तो एक ‘क्लीक’ कर ले सकते हैं। ‘द संडे व्यूज’ से खास बातचीत के दौरान श्री मौर्य ने खुलकर अधिकारियों और जवानों के मसले पर बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश…
एक सवाल के जवाब में श्री मौर्य ने बताया कि इस विभाग में आने के बाद मैंने होमगार्डों की समस्याओं को सुना और समझा। ‘ड्यूटी’ लगाने के नाम पर अफसरों पर पैसा लेने का आरोप लगता था, ‘सस्पेंड़’ और ‘बहाली’ के नाम पर काफी शिकायतें मिलती थी। इस पर मंत्री धर्मवीर प्रजापति से ‘विचार-विमर्श’ करने के बाद मैंने तय किया कि जब ‘मैनुअल वर्क’ को कम कर ‘टेक्रोलॉजी सिस्टम’ को ‘माडर्न टेक्रोलॉजी’ के साथ किया जाये तो सभी काम पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा सकता है । श्री मौर्य ने कहा कि मानवीय काम जितना कम होगा, सिस्टम जितना मजबूत रहेगा तभी पूरी तरह से भ्रष्टाचार खत्म होगा। मैंने इस विभाग में सब कुछ ऑन लाईन कर दिया है। लाखों होमगार्डों की ‘सैलरी’ अब सीधे उनके खातों में जा रही है। इसकी वजह से कुछ कमांडेेंट जो ‘प्ले’ करते थे,खत्म हो गया।
इसी तरह सभी होमगार्डों की जन्मतिथि से लेकर उनका पूरा ब्यौरा फोटो के साथ ‘स्कैन’ कर अपलोड करा दिया है, इससे कमांडेंट ‘सस्पेंड़-बहाली’ का गेम ‘प्ले’ नहीं कर पायेंगे क्योंकि इसकी भी बहुत शिकायतें मिलती रहती थी। मैंने अफसरों को निर्देशित कर दिया है कि जिस जवान को सस्पेंड़ करोगे, उसकी सूचना ऑन लाईन देनी होगी कि क्यों, किस वजह से उसे सस्पेंड़ किया गया…। यदि सस्पेंड़ किया तो बहाली किस आधार पर किया…। इस खेल को भी पूरी तरह से बंद करा दिया है। यानि, शासन में बैठे अफसर किसी भी जनपद के अधिकारियों व होमगार्डों की पूरी जन्म कुंडली कम्प्यूटर पर एक ‘क्लीक’ कर जान सकते हैं।
जनपद के अफसरों पर आपकी ‘पैनी नजर’ है लेकिन उसे कैसे ‘भांपते’ हैं ? इस पर डीजी श्री मौर्य ने कहा कि पिछले माह मैंने दो-दो मंडल के अफसरों को बुलाकर मीटिंग की और पहले ही उन तक फरमान पहुंचा दिया गया था कि अपने कार्यकाल की पत्रावलियां लेकर आयें और बतायें कि कौन सा काम क्यों नहीं हुआ ? कई अफसरों ने बेहतरीन काम किया, जिन्हें ‘सराहना’ मिली और कईयों ने जवानों की पत्रावलियों को बेवजह लटकाये रखा, उन्हें ‘चेतावनी’ दी गयी है।
मृतक आश्रितों की भर्ती को शीघ्र निस्तारण करने की बाबत श्री मौर्य ने कहा कि कोई काम अब नहीं रुकेगा क्योंकि यदि कोई अफसर ऐसा करेगा तो ‘परेशान’ हो जायेगा…। मेरा मंत्र ही है कि ‘जिस विभाग में टेेक्रोलॉजी सिस्टम जितना मजबूत होगा वहां करप्शन खत्म हो जायेगा।’