बाराबंकी। अर्जुन सिंह: बाराबंकी के सिरौलीगौसपुर इलाके में सरकारी ठेकों पर नकली शराब बिकने की सूचना पर पुलिस और आबकारी विभाग की टीम को साथ लेकर शराब ठेकों की जांच को निकले एसडीएम सिरौलीगौसपुर प्रतिपाल सिंह चौहान। जांच को निकले एसडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान ने सरकारी ठेके से नकली शराब बेचे जाने के गोरखधंधे का खुलासा किया है।
आपको बता दे कि कुछ स्थानीय लोगो ने एसडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान को सरकारी ठेकों पर नकली शराब बेचे जाने की शिकायत की थी। जिसके बाद हरकत में आये एसडीएम पुलिस और आबकारी महकमे के कर्मचारियों को साथ लेकर शराब ठेकों की जांच के लिए निकले थे। इस दौरान टिकैतनगर स्थित देशी शराब के ठेके पर जब एसडीएम जांच करने पहुचे तो वहां उन्हें काफी मात्रा में शराब की खाली बोतले बरामद हुई। एसडीएम और उनकी टीम मामले की छानबीन कर ही रही थी कि तभी उन्हें सूचना मिली कि शराब ठेके का संचालन करने वाले मनोज जायसवाल नाम के व्यक्ति ने अपने घर पर भी नकली शराब का स्टॉक छिपा रखा है। इस सूचना पर जब टीम द्वारा मनोज जायसवाल के घर पर छापा मार कर तलाशी ली गयी तो वहां 5 पेटियों में रखी गयी शराब की रिफिलिंग की गयी बोतलों के साथ ही काफी तादाद में शराब की खाली बोतले और ढक्कन बरामद हुए।
जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर उक्त शराब ठेके के दो सेल्समैनो धर्मेन्द्र और इंद्रजीत समेत ठेके का संचालन करने वाले मनोज जायसवाल और अनुज्ञापी रेखा जायसवाल के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराते हुए मौके पर मौजूद दोनो सेल्समैनों को गिरफ्तार कर के ठेके को सीज कर दिया गया है। इस कार्यवाही की भनक लगने पर ठेके का संचालन करने वाला मनोज जायसवाल फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है।
वहीँ एसडीएम प्रतिपाल सिंह ने बताया की बरामद शराब को लैब भेज कर उसकी जांच भी करायी जाएगी। इस कार्यवाही के बाद से इलाके के शराब माफियाओं में हड़कम्प मच गया है। आपको बता दे कि बीते वर्ष सरकारी ठेकों पर बिकने वाली ज़हरीली शराब पीने से रामनगर इलाके में दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। उसके बाद भी जनपद मे सरकारी ठेके पर नकली शराब पकड़े जाने की ये घटना पुलिस और आबकारी विभाग की भूमिका को कटघरे में खड़ा कर रही है ।