बलिया से होने वाली वसूली को कमांडेंट मनोज बघेल द्वारा हाईजैक करने की नाकाम कोशिश ?


आजमगढ़ के कमांडेंट मनोज बघेल 6 अगस्त की राज पहुंचे कलेक्ट्रेट, बलिया गंगा बहुद्देशीय सभागार में मारा छापा

 वर्दी व सभागार का ताला बंद कर भागे आजमगढ़

जे.एस. कलेक्ट्रेट संतोष गिरी ने मनोज बघेल से पूछा: चाभी किस हैसियत से ले गए ?

जे. एस. रौब में बोले : डीएम साहेब को बताऊं क्या ? सुनते ही कमांडेंट मनोज बघेल की उड़ी हवा, तुरंत भेजी चाभी

प्रमोटी कमांडेंट मनोज बघेल का मकसद : बलिया का नियम विरुद्ध मिले अतिरिक्त चार्ज पर बना डाली वसूली की योजना

बलिया- कमांडेंट मनोज बघेल जवानों पर दबाव बनाकर महीने की होने वाली वसूली पर हाइजैक करने के लिए मारा छापा

पिंटू सिंह

गाजियाबाद। जिस कमांडेंट को बड़ा जिला अतिरिक्त चार्ज के तोहफा के रूप में मिलता है वो वहां पर होने वाली अवैध कमाई को ‘हाईजैक’ करने की कोशिश करता है। सभी कमांडेंट तो नहीं, लेकिन अधिकांश अधिकारी जवानों की ड्यूटी लगाने, कमी निकाल कर बर्खास्त की धमकी देकर वसूली करते हैं, कर भी रहे हैं। एक तरह से भ्रष्ट कमांडेंट के लिए अतिरिक्त चार्ज ‘कमाई’ का माध्यम बन जाता है। आजमगढ़ के प्रमोटी कमांडेंट मनोज बघेल को जब से नियम विरुद्ध बलिया का अतिरिक्त चार्ज मिला है वो प्रति माह जवानों की ड्यूटी लगाने सहित अन्य खामियों से होने वाली बडी वसूली को कब्जा में करने को लेकर बड़ी रणनीति बनाने लगा।

6 अगस्त की रात 11:30 बजे मनोज बघेल बलिया कलेक्ट परिसर में बने गंगा बहुद्देशीय सभागार में छापामारी की। इस दौरान उसके साथ आजमगढ़ मंडल की जवान थे। जहां होमगार्ड आराम फ रमा रहे थे कमांडेंट ने वहां रखी वर्दी और सभागार का ताला बंद कर चाबी साथ लेकर चले गए।

अगले दिन जब जवानों ने जे.एस. कलेक्ट्रेट संतोष गिरी को बताया तो उन्होंने मनोज बघेल को फटकार लगाते हुए पूछा कि आप सभागार का चाबी कैसे और किसके पूछकर लेकर चले गए ? मैं डीएम साहब को बताता हूं ? इतना सुन मनोज बघेल की हवा निकल गई। उसने फैरन सभागार का चाबी भिजवाया।

बलिया में चर्चा जोरों पर है कि मनोज बघेल आजमगढ़ से पूर्व मुरादाबाद में कमांडेंट के पद पर तैनात था। वहां पर भी इसने जवानों में कमियां निकाल कर उनकी डयूटी परेड पर रोक लगाने,वर्दी में कमियां निकाल कर निलंबित करने सहित मृतक आश्रितों की भर्ती में पैसा खाने की कई शिकायतों के बाद मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने इसे वहां से हटाकर आजमगढ़ भेज दिया।

यहां पर भी जवान इसकी लूट-खसोट की कार्यशैली से आजिज आ गये हैं। देखने की बात है कि इस पर क्या कार्रवाई होती है। वैसे भी इस विभाग के अधिकांश प्रमोटी कमांडेंट जवानों का शोषण कर अपनी प्रापर्र्टी की संख्या बढ़ाने में लगे हैं। अगले अंक में मनोज बघेल के अन्य कारनामों के साथ….


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *