दिग्विजय सिंह की सकारात्मक सोच : गरीब लेकिन तेजस्वी बच्चों के सपनों को साकार करने के लिये खोला वैदिक लाइब्रेरी
सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है वैदिक लाइब्रेरी, सीसीटीवी कैमरे की नजरों में रहेंगे बच्चे
दिव्यांश श्री.
लखनऊ। पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं…। युवा ‘सोच’ और शिक्षा से ‘शिखर’ पर जाने वाले बच्चों की आंखों में चमक लाने का सपना पाल रखे दिग्विजय सिंह देहरादून की पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के बाद बड़ी कंपनियों का दरवाजा खटखटाने के बजाये अपने पिता के सपनों को साकार करने निकल पड़े। मेरठ के खरखोदा में उसने एक विशाल वैदिक लाइब्रेरी की स्थापना की। युवा दिग्विजय चाहते हैं कि ग्रामीण अंचल में रहने वाले वे बच्चे जो तेजस्वी हैं लेकिन आर्थिक अभाव से शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते,उन्हें इस लाइब्रेरी में बेहतर किताबों का संग्रह मिले। दिग्विजय सिंह के पिता वेदपाल सिंह चपराना होमगार्ड विभाग-बिजनौर में जिला कमांडेंट के पद पर तैनात हैं। ये वहीं कमंाडेंट हैं जिन्हें नोयडा में अग्निकांड़ के बाद कांटों से भरे ताज के रुप में कमांडेंट की कुर्सी सौंपी गयी थी। पद संभालते ही श्री चपराना में नोयडा की सूरत ही बदल दी और सराहनीय सेवा के लिये इन्हें हाल ही में राष्ट्रपति पदक नवाजा गया है। इनकी पहचान सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में भी होती है। वैदिक लाइब्रेरी का उद्घाटन स्वामी कर्मवीर महाराज ने की।
इस अवसर पर छात्रों, अतिथियों को सम्बोधित करते हुये लाइब्रेरी के संचालक दिग्विजय सिंह ने कहा कि यहां पर लाइब्रेरी बनाने का मकसद सिर्फ इतना है कि ग्रामीण अंचल के तेजस्वी बच्चे जो किसी कारण से शिक्षा ग्रहण करने से वंचित रह जाते हैं, उन्हें यहां पर बड़ी संख्या में किताबों का संग्रह मिलेगा। अपने सपनों को साकार करने और ऊंची उड़ाने भरने वाले बच्चों के लिये लाइब्रेरी मददगार साबित होगी। श्री सिंह ने कहा कि एमबीए करने के बाद बड़ी कंपनियां उन्हें हॉयर करना चाहती थी लेकिन मेरे लिये पिता का सपना साकार करना सबसे बड़ा काम था। मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने में वैदिल लाइबे्ररी सार्थक साबित हो। लाइब्रेरी में एसी हॉल,वाई-फाई की सुविधा, पार्किंग, पढऩे के लिये आराम-दायक कुर्सी,प्रतिदिन का अखबार सहित शांत माहौल मिलेगा।
इसी क्रम में कमांडेंट वेदपाल सिंह चपराना ने कहा कि मैंने अपने बेटे की लगन और बच्चों के बेहतर भविष्य बनाने की सोच को देखते हुये इस लाइब्रेरी की स्थापना की। मेरी शुभकामनाएं बच्चों के साथ है। इस दौरान इस अवसर पर ऊर्जा राज्य मंत्री डॅा. सोमेंद्र तोमर, सांसद अरुण गोविल, विधायक सरधना अतुल प्रधान , पूर्व मंत्री व प्रमुख दूध व्यवसाई लखीराम नागर, पूर्व विधायक, प्रशांत चौधरी, पूर्व विधायक रविन्द्र भड़ाना, पूर्व विधायक सत्यवीर त्यागी , उद्योगपति नेपाल कासना, गुर्जर सभा के सचिव वीरेंद्र कुमार सहित कई संगठनों के पदाधिकारी मोजूद रहें।