आगरा- आगरा में सवारियों से भरी बस को हाईजैक करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक, श्रीराम फाइनेंस कंपनी गुंडों की मदद से बस को ले गए. हाईजैक करने से पहले बस ड्राइवर और कंडक्टर को एक ढाबे पर खाना खिलाया और दोनों को 300-300 रुपए भी दिए. इसके बाद फाइनेंस कंपनी के गुंडों में से एक बस को चलाकर अज्ञात स्थान के लिए ले गया. अभी तक पुलिस को बस की कोई सुराग नहीं मिली है. आगरा पुलिस ग्वालियर के आईजी से लगातार संपर्क बनाए हुए है.
पुलिस के मुताबिक, ड्राइवर और कंडक्टर ने बताया कि चारों लोगों ने खुद को श्रीराम फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताया. उनका कहना था कि बस मालिक किश्त नहीं चुका पा रहे हैं. मामले में आगरा के एडीजी ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है. अगर किश्त नहीं चुकाया गया था तो उसकी वसूली का कानूनी तरीका होता है. कोई भी इस तरह से कानून को हाथ में नहीं ले सकता. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अभी तक नहीं मिला बस का सुराग
फाइनेंस कंपनी की इस गुंडई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. आगरा पुलिस की कई टीमें बस की तलाश में जुटी हैं. फिलहाल बस का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है. हालांकि, पुलिस अधिकारी यह आशंका जाहिर कर रहे हैं कि हो सकता है सवारियां अपने घर चली गई हों. एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने बस नंबर UP75 M3516 को ओवरटेक किया और फिर उसे अपने कब्जे में ले लिया. मामले में एफआईआर लिखी जा रही है. अभी तक की तफ्तीश में फाइनेंस कंपनी द्वारा बस को खींचे जाने की पुष्टि हो रही है.
इटावा, कानपुर के रास्ते ग्वालियर की तरफ गई बस
इटावा टोल प्लाजा से मिली जानकारी के मुताबिक, 2.15 बजे बस ने क्रॉस किया और कानपुर की तरफ आगे बढ़ी. कहा जा रहा है कि बस ग्वालियर की तरफ गई है. गौरतलब है कि आगरा में बुधवार को फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारियों ने सवारियों से भरी एक बस को हाईजैक कर लिया. बस गुरुग्राम से मध्य प्रदेश जा रही थी. ड्राइवर और कंडक्टर को उतारकर बस को अज्ञात जगह ले गए हैं. घटना बुधवार तड़के की है. थाना मलपुरा इलाके में प्राइवेट बस को हाईजैक कर लिया. बताया जा रहा है कि बस में 34 यात्री सवार हैं. ड्राइवर और कंडक्टर की सूचना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. मौके पर तमाम आला अधिकारी मौजूद हैं.