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बरेली। सोनू अंसारी: जनपद की 102 एंबुलेंस सेवा फिर से चर्चा का केंद्र बन गयी है। तेज पीड़ा होने पर मेडिकल तकनीशियन ने आशा की मदद से डिलेवरी कराई। जनचर्चा जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं में आयी बेहतरी के लिए लोग एंबुलेंस चालक एवं स्टाफ को दुआएं दे रहे हैं।
मामला ब्लॉक आलमपुर जफराबाद क्षेत्र के गांव बनारा निवासी श्रीवती पत्नी अमरजीत 26 वर्ष को प्रसव पीड़ा हुई। जिस पर परिजनों ने आकस्मिक सेवा के तौर पर सरकारी 102 एंबुलेंस को फ़ोन करके बुलाया। सूचना के मात्र चंद मिनट में एंबुलेंस गांव पहुंच गयी। एंबुलेंस चालक और इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन(ईएमटी) अजय कुमार उसे भमोरा सामुदायिक केंद्र पर भर्ती करने के लिए लेकर चले।
भमोरा सामुदायिक केंद्र पर लाते समय रास्ते में महिला की हालत बिगड़ने लगी। एंबुलेंस को सड़क किनारे खड़ा करके गाडी पर तैनात अजय कुमार ने आशा की मदद से अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए गाड़ी में ही उसकी डिलीवरी करा दी। प्रसव के उपरांत जच्चा-बच्चा की जान बचा ली गई और बाद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भमौरा में जच्चा बच्चा को भर्ती कराया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली। उन्होंने एंबुलेंस स्टाफ़ को दुआएँ दी हैं। पूरा मामला रविवार को दिनभर चर्चा का केंद्र बना हुआ है।