बाराबंकी। अर्जुन सिंह: कोरोनावायरस (COVID-19) के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया है। लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने को कहा जा रहा है, लेकिन प्रदेश की राजधानी से सटे जिले बाराबंकी (Barabanki) में लॉकडाउन (Lockdown) मजाक बना हुआ है। यहां हर रोज अंधविश्वास के जाल में फंसे लोगों का जमावड़ा लगता है। लोग भूत-प्रेत, डायन, जोगिन को भगाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। जिसका वीडियो अब सोशल माीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और तो और इस वीडियो में सबसे खास बात ये है कि मौलाना अंधविश्वास का ये नंगा नाच पुलिसकर्मियों की पूरी फौज के सामने करता नजर आ रहा है।
यहां मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी, जिसे इस तमाशे को रोकना चाहिये था वह अंधविश्वास की मजलिस को पूरा जोर लगाकर सच साबित करती हुई नजर आ रही है। जिसके बाद अभी कुछ दिनों पहले दंगा रोकने के लिए मॉकड्रिल में फुस्स फायर करने वाली बाराबंकी पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर बड़ा सवालिया निशान लग गया है।
भूत-प्रेत, डायन, जोगिन को भगाने का दावा
अंधविश्वास का यह पूरा खेल बाराबंकी के फतेहपुर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव में चल रहा है। जहां एक मौलाना लोगों के ऊपर से भूत-प्रेत, डायन, जोगिन को भगाने का दावा करता है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को जो भी देखेगा वह दंग रह जाएगा कि किस तरह से कई लड़कियां और महिलाएं बाल खोलकर झूम रही थीं। मानो भूत भगा रही हों। इनमें कई लड़के भी जोर-जोर से तालियां पीट रहे थे और तो और यहां इन सबका इलाज करने वाले मौलाना में कानून का भी खौफ नजर नहीं आ रहा। अंधविश्वास का जाल इतना फैला है कि दूसरे जिले से भी लोग झाड़-फूंक कराने यहां आते हैं। यहां सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोग ही नहीं बल्कि हिंदू समुदाय के लोगों की भी भीड़ लगी रहती है। जिस गांव में यह तमाशा चल रहा था वहां के प्रधान बलराज यादव भी मौके पर मौजूद दिखे।