
डॉ वंश
लखनऊ.सर्दी का मौसम बहुत ही सुहावना होता है पर जब शरीर स्वस्थ एवं निरोग रहे, उसके लिए मौसम के अनुसार हमारा भोजन सही हो। भोजन भी हमारे शरीर की प्रकृति पर निर्भर करता है । कुछ लोग गर्म प्रकृति के होते हैं तो कुछ लोग ठंडा प्रकृति के होते हैं, ऐसे ही भोजन भी ठंड एवं गर्म प्रकृति का होता है। कुछ लोग ठंड में टी शर्ट पहनकर टहलते हैं तो कुछ लोग चार-चार स्वेटर जैकेट पहने रहते हैं । इस मौसम में ठंडी प्रकृति वाले गर्म तासीर वाले भोजन बाजरा, गरम मसाले ,तुलसी की चाय ,बादाम, अखरोट , मूंगफली इत्यादि का प्रयोग करें और जो ठंडी तासीर की वस्तुएं हैं जैसे मूली ,खीर ,मूंग ,चावल, जूस आइसक्रीम ,सुबह टहलना,रात में उठते ही ठंडा पानी पीना ,इन सभी से परहेज करें ।

ज्यादा ठंड होने पर वृद्ध लोगों में ब्रेन हैमरेज होने की संभावना बढ़ जाती है खून गाढ़ा होने के कारण प्रेशर बढ़ जाता है तो ऐसे लोगों को दालचीनी की चाय प्रतिदिन सुबह और शाम पीना चाहिए ,ब्लड प्रेशर समय पर चेक करते रहे ,रात में खुले आसमान में ना रहे।
सबसे अधिक ध्यान देने की जरूरत है जो पेट साफ की तो जिनको कब्ज की टेंडेंसी रहती है वह त्रिफला का सेवन जरूर करें । कब्ज की समस्या से बचाता है हमेशा गुनगुना पानी पिए शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें इस मौसम में त्वचा में रूखापन होने लगता है यह एक मुख्य समस्या है सरसों का तेल या बदाम का तेल से मसाज करें नाभि में तेल अवश्य डालें । ज्यादा रुखा भोजन से बचें, धूप निकलने पर दोपहर में संभव हो तो धूप में आधा घंटा बैठे हैं इस प्रकार से हम ठंड के मौसम में अपना ध्यान रख सकते हैं।

शरीर स्वस्थ है तो सब कुछ है अन्यथा कुछ भी नहीं है कापी पेस्ट से बचें। शरीर की प्रकृति के अनुसार अपना भोजन आहार विहार को समझे , किसी और से अपनी तुलना ना करें आप सबसे अलग हैं यूनिक है
डॉ वंश हॉलिस्टिक हेल्थ एंड वेलनेस
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