नई दिल्ली । केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों के यूजी कोर्सेस में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन (JEE Main) के संबंध में नयी जानकारी दी है।
निशंक ने ट्वीट कर बताया है कि नयी शिक्षा नीति 2020 (NEP) के तहत ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड (JAB) का फैसला है कि जेईई मेन देश की अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित किया जायेगा।
कई राज्यों में क्षेत्रीय भाषाओं के अलावा अंग्रेजी विषय ही पढ़ा जाता है। रमेश पोखरियाल निशंक ने एक अन्य ट्वीट कर लिखा है कि यह परीक्षा उन राज्यों की क्षेत्रीय भाषाओं में भी करायी जायेगी, जहां स्टेट इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन क्षेत्रीय भाषाओं में हुई परीक्षा के आधार पर लिये जाते हैं। ऐसे राज्यों की भाषाएं अब जेईई मेन परीक्षा में शामिल की जायेंगी।
बता दें कि वर्तमान में जेईई मेन हिन्दी, इंग्लिश और गुजराती भाषाओं में आयोजित होता है। जबकि नीट का आयोजन कुल 11 भाषाओं में किया जाता है।
जेईई मेन में अन्य भाषाएं शामिल होने से हजारों स्टूडेंट्स को परीक्षा व एडमिशन में सुविधा होगी। वे परीक्षा के लिए अपनी सुविधानुसार प्रश्नपत्र की भाषा का चयन कर सकेंगे।