अयोध्या। मयंक श्रीवास्तव: सीएम योगी के अयोध्या में चौथे दीपोत्सव में शामिल होने के लिए आम जनता को अनुमति नहीं मिलेगी। वजह है कोरोना। दीपोत्सव में कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। डीएम अनुज झा ने बताया कि कोरोना को देखते हुए केवल वॉलिंटियर को पास निर्गत किए जाएंगे या फिर मेहमानों को आमंत्रण पत्र। इसके अलावा किसी को भी दीपोत्सव में शामिल होने की अनुमति नहीं मिलेगी।
डीएम अनुज झा ने बताया कि कोरोना के सेकंड वेव को देखते हुए अभी खतरा टला नहीं है जिसके कारण कम लोगों को ही दीपोत्सव में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।अयोध्या में छोटी दिवाली के दिन 13 नवंबर को दीपोत्सव मनाया जाएगा। राम की पैड़ी पर इस बार भी अवध विश्वविद्यालय के 6 हज़ार वॉलिंटियर लगभग छह लाख दीप जलाएंगे। दीपोत्सव में अवध विश्वविद्यालय के 6 हज़ार वालंटियर व अन्य कर्मचारियों के साथ जो मेहमान आमंत्रित किए जाएंगे वही दीपोत्सव में शामिल होंगे। अन्य किसी को शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
एक बार फिर दीपित्सव में दीप जलाने का वर्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा लेकिन यह रिकॉर्ड आम जनता केवल टीवी पर ही देख सकेगी।चौथा दीपोत्सव 11 नवंबर से शुरू होगा और 13 नवंबर छोटी दीवाली को समाप्त होगा। 11 नवंबर 12 नवंबर को अयोध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे इसके अलावा साकेत महाविद्यालय से भगवान राम से जुड़ी जीवन वृत्तियों पर झांकियां निकाली जाएंगी। हालांकि दीपोत्सव पर इस बार मुख्य अतिथि कौन होगा अभी इसका निर्णय नहीं लिया गया है। अनुज झा ने बताया कि जिस जिस जगह पर कार्यक्रम होना है उसका निरीक्षण कर लिया गया है। सबसे ज्यादा फोकस कोविड-19 प्रोटोकॉल पर होगा।