लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज समाजवादी आंदोलन के पुरोधा आचार्य नरेन्द्र देव जी, लौहपुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी और महर्षि बाल्मीकि जी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उनके चित्रों पर माल्यार्पण का कार्यक्रम समाजवादी पार्टी कार्यालय, लखनऊ में भी सम्पन्न हुआ। गोमती नदी के तट पर मोतीमहल, लखनऊ स्थित आचार्य नरेन्द्र देव जी की समाधि पर भी अखिलेश यादव ने पुष्पांजलि अर्पित की।
यहां यशोवर्धन, मीरा वर्धन तथा सुरेन्द्र विक्रम सिंह भी उपस्थित थे। हजरतगंज परिवर्तन चौक स्थित महर्षि बाल्मीकि जी की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। यहां सर्वश्री विजय बाल्मीकि, रामचन्द्र चौधरी, पुनीत चौधरी तथा शिव प्रताप चौधरी ने अपने तमाम साथियों के साथ अखिलेश यादव का स्वागत किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि आचार्य नरेन्द्र देव जी, सरदार बल्लभ भाई पटेल जी और महर्षि बाल्मीकि जी हमारे लिए प्रातःस्मरणीय है। आचार्य जी ने समाजवादी आंदोलन को नई दिशा, नया चिंतन दिया। वे उच्चकोटि के विद्धान, विचारक, शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और बौद्धधर्म के महान व्याख्याता थे। उन्हें अजातशत्रु कहा जाता है।
अखिलेश ने कहा कि सरदार पटेल ने देशी रियासतों को मिलाकर स्वतंत्र भारत को जो एकता, दृढ़ता और विशालता दी। उनका यह कृत्य विश्व के इतिहास में अकेला उदाहरण है। वे स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा थे।
अखिलेश यादव ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि जी महाकाव्य रामायण के रचनाकार तथा न्याय और नैतिकता का बोध कराने वाले महापुरूष थे। उनके जीवन के आदर्श हमारे लिए मार्गदर्शक हैं।