बांदा। रोहित कुमार द्विवेदी: बाँदा में ताली-थाली बजाकर सरकार को उसी की भाषा मे देश के अंदर बढ़ती बेरोजगारी, युवाओं के दयनीय जीवन को दूर करने की मुहिम बेरोजगारों ने सुरु की और ताली- थाली बजाकर सरकार की ही भाषा मे सरकार को समझाने की कोसिस की है। युवाओं का कहना है कि बेरोजगारी का हाल यह हैं कि रिवर्स माइग्रेशन से गांव लौट मेहनतकश मजदूरों ने पुनः पलायन शुरू कर दिया है और सरकार इस मुगालते में हैं कि वो मनरेगा, जीवन कौशल आदि स्किल्ड बेस्ड कागजी योजनाओं से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत करने वाले कामगारों के भला कर रही हैं।
आज हर क्षेत्र में कम होती नौकरियां, युवाओं के हाथों की खाली डिग्रियां सवाल पूछ रही है कि हमारा भविष्य क्या होगा प्रधानमंत्री जी ? मेनस्ट्रीम मीडिया के न्यूज़ रूम में भले आपके हाथ की लकीरों को रोजगार दिलाने वाली आवाज उठाने का मुद्दा न हो, लेकिन सरकार की नींद खोलने के लिए युवाओं की आवाज ही काफी है।
आपको बता दें की अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए युवाओं ने कहा अगर सरकार ने जल्द ही बेरोजगारों की समस्या दूर करने का काम नही किया तो युवा एक होकर सत्ता धारियों का घर घेरने का काम करेंगे।