राजस्थान। खबर है कि गहलोत समर्थक दो विधायकों की तबीयत आज अचानक खराब हो गई। उनके चेकअप के लिए डॉक्टर होटल पहुंचे हैं। सत्ता और विपक्ष के विधायकों को विधानसभा के सत्र की शुरुआत का बेसब्री से इंतजार है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थक दोनों तरफ के विधायक अलग-अलग होटलों में दिन गुजार रहे हैं।
सत्तापक्ष के विधायकों ने कुछ दिन जयपुर के होटल में गुजारने के बाद अब जैसलमेर के अलग-अलग होटलों में शिफ्ट हो गए हैं। वहीं सचिन पायलट गुट से समर्थक अब दिल्ली के नजदीक स्थित शहरों के होटल में टिके हुए हैं।
प्रदेश के सियासी संग्राम के बीच गहलोत सरकार के समर्थक विधायकों को जयपुर के फेयरमाउंट होटल से जैसलमेर के होटलों में भेज दिया गया है। इन विधायकों को जैसलमेर के सूर्यागढ़, रंगमहल और गोरबंद होटलों में ठहराया गया है। आज सुबह सूर्यागढ़ होटल में ठहराए गए दो विधायकों- गुरमीत सिंह और बाबूलाल नागर की तबीयत बिगड़ गई।
दो विधायकों की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलते ही तत्काल मेडिकल टीम को अलर्ट किया गया। सूर्यागढ़ होटल में एक एंबुलेंस से डॉक्टरों की टीम भेजी गई। डॉ. रेवता राम पवार ने विधायकों की जांच की।
आपको बता दें कि आगामी 14 अगस्त को विधानसभा सत्र के शुरू होने तक इन विधायकों का सियासी पर्यटन जारी रहेगा। इस बीच सरकार समर्थक इन विधायकों को सियासी ‘खरीद-फरोख्त’ से बचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा पता चला है की खुफिया विभाग से मिले इनपुट के आधार पर विधायकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है, ताकि विधानसभा सत्र तक इन्हें जोड़े रखा जाए. इस बीच, बागी गुट के विधायकों को कांग्रेस में मिलाने का प्रयास भी जारी है। शनिवार को सीएम गहलोत ने कहा था कि अगर कांग्रेस आलाकमान बागियों को माफ कर देता है, तो उन्हें उनका स्वागत करने में खुशी होगी।