ब्यूरो, लखनऊ। दल बदल के सहारे कभी सत्ता में बने रहने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या अब फिर से मुख्यधारा की राजनीति में लौटने की कसरत में जुट गए हैं। बीते कुछ समय से चुनावी चर्चाओं से गायब चल रहे पूर्व मंत्री ने अब खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया है। गुरुवार को उन्होंने अपने गठबंधन की घोषणा की, जिसमें नौ दलों को शामिल किया गया है।

मायावती के बाद योगी सरकार में मंत्री रहे मौर्या वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पाला बदलकर सपा में शामिल हो गए थे, लेकिन न तो सपा की सरकार बनी और न ही वह खुद जीत पाए। इसके बाद वह सपा से अलग हो गए थे और अब अपनी जनता पार्टी नाम से नया दल बना लिया है।
गुरुवार को उन्होंने पत्रकार वार्ता कर कहा कि लोक मोर्चा के नाम से नौ दलों ने मिलकर गठबंधन बनाया है। जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी सिद्धांत को लेकर गठबंधन विधानसभा चुनाव लड़ेगा। उन्होंने बताया कि सभी पार्टियों ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है।
मोर्चा में राष्ट्रीय समानता दल के अध्यक्ष मोती लाल शास्त्री, सम्यक पार्टी के अध्यक्ष राज मणि सुव्वैया राय व संस्थापक पूर्व आइएएस तपेंद्र प्रसाद, जनसेवा दल सेवा के अध्यक्ष विनेश ठाकुर, पोलिटिकल जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष राजेश सिद्धार्थ व संस्थापक पूर्व आइपीएस बीपी अशोक, लोक हित समाज पार्टी अध्यक्ष सत्य नारायण मौर्य, स्वतंत्र जनता राज पार्टी अध्यक्ष घनश्याम कोरी, सबका दल यू के अध्यक्ष प्रमोद लोधी और लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी अध्यक्ष पूर्व सांसद राजकुमार सैनी शामिल हुए हैं।