नई दिल्ली। इस साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए भारतीय महिला क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार से तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलेगी। इस दौरान टीम खेल के हर विभाग में सुधार करने की कोशिश करेगी। हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय टीम में काफी सुधार की जरूरत है, क्योंकि उसने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज 0-3 से गंवाई थी, जबकि इंग्लैंड ने भी उसे तीन मैच की टी-20 सीरीज में हराया था।
भारत ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक-एक टेस्ट मैच जीते, लेकिन सीमित ओवरों की क्रिकेट में अभी टीम को काफी कुछ करने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में भारतीय टीम का फील्डिंग अच्छी नहीं रही थी और उसे तीन रन से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के आठ विकेट पर 338 रन के जवाब में भारतीय बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और पूरी टीम 148 रन पर आउट हो गई।
गेंदबाजों को देना होगा जवाब
जहां तक पहले वनडे की बात है तो उसमें गेंदबाज नहीं चल पाए थे। भारतीय टीम ने अंतिम दो वनडे में कम से कम आठ कैच छोड़े थे। इसके अलावा निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) को लेकर किए गए, उसके फैसले भी सही नहीं रहे। भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत की फार्म भी चिंता का विषय है। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे में केवल 17 रन बना पाई थी।
जेमिमा-ऋचा पर होंगी सभी की निगाहें
जेमिमा रोड्रिग्स और ऋचा घोष ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अन्य प्रमुख बल्लेबाज नहीं चल पाए। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना लगातार अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रही हैं। मंधाना के साथ वनडे सीरीज में यास्तिका भटिया ने पारी की शुरुआत की थी। यह देखना होगा की टीम प्रबंधन भाटिया पर भरोसा बनाए रखता है या फिर उनकी जगह शेफाली वर्मा को मौका देता है।
रेणुका और पूजा को रास आएगी वानखेड़े की पिच
भारत की तरफ से नई गेंद संभालने वाली रेणुका सिंह ठाकुर और पूजा वस्त्राकर को वानखेड़े की पिच से खास सहयोग नहीं मिला, लेकिन डीवाई पाटिल स्टेडियम की नई पिच से उन्हें मदद मिलने की उम्मीद रहेगी। जहां तक ऑस्ट्रेलिया की बात है तो उसने भारत से एकमात्र टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की है। उसकी तरफ से वनडे सीरीज में लिचफील्ड ने एक शतक और दो अर्धशतक लगाकर शानदार प्रदर्शन किया।