ट्रेनिंग पर आने वाले जवानों को स्वादिष्ट खाना ही मिलेगा,शिकायत हुयी तो किसी को नहीं बख्शूंगा : डीजी बी.के. मौर्या
इनका हुआ तबादला : अंशुल कुमार,अशोक कुमार वर्मा, सुरेश कुमार,शैलेन्द्र कुमार,दिनेश कुमार त्रिपाठी,राजेश कुमार त्रिपाठी,खेमराज
‘द संडे व्यूज’ ने किया था खुलासा: ट्रेनिंग सेंटर सीटीआई,डीटीसी में भर्ती के बाद से ‘खूंटा गाड़े’ बैठे हैं दर्जनों अधिकारी
संजय पुरबिया
लखनऊ। होमगार्ड विभाग के मंत्री धर्मवीर प्रजापति और डीजी बी. के. मौर्या के ‘तेवर’ ने भ्रष्टाचार करने व भर्ती के बाद से लखनऊ में ‘खूंटा गाड़े’ पीसीपी,इंस्पेक्टर,बीओ व हवलदार प्रशिक्षकों का एक साथ तबादला कर दिया है। मुख्यालय से लेकर विभाग के अफसर सदमे में हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि भर्ती होने के बाद से ही सीटीआई (केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान) व डीटीसी (मंडलीय प्रशिक्षण संस्थान ) पर दर्जनों पीसीपी,इंस्पेक्टर,बीओ व हवलदार प्रशिक्षक जमे हुये थे। शुक्र है,होमगार्ड मंत्री ने सीटीआई में छापामारी की… तब पता चला कि यहां पर जवानों को कच्ची रोटियां खिलाने वाले अधिकारी तो वर्षों से तैनात हैं। खास बात यह है कि सरकार बदलती रही,मंत्री और डीजी भी बदलते रहें लेकिन इनलोगों का तबादला दूसरे जिलों में कोई करने की जुर्रत नहीं कर पाता था। ‘राजनीतिक संरक्षण’ और कुछ अफसरों के शह की वजह से कोई इनका ‘बाल-बांका’ नहीं कर पाता था। लेकिन… इस बार मंत्री भी ‘सख्त’ तेवर वाले और डीजी भी ‘भ्रष्टाचारियो’ पर गाज गिराने वाले…इसलिये इनकी एक ना चली। छापेमारी के बाद मंत्री और डी.जी. ने तत्काल प्रभाव से पीसीपी कपिल मिश्रा को निलंबित कर दिया। वर्षों से जमे पीसीपी,इंस्पेक्टर,बीओ व हवलदार प्रशिक्षक की जानकारी होते ही डीजी बी के मौर्या ने किसी को ‘पूरब’ तो किसी का ‘पश्चिम’ तबादला कर दिया। असर यह दिख रहा है कि अब होमगार्ड विभाग में हर कोई नियम के तहत ही नौकरी करने की राह पर चल पड़ा है।
‘द संडे व्यूज़’ से खास बातचीत के दौरान डीजी बी. के. मौर्या ने साफ शब्दों में कहा कि भ्रष्टाचार में शामिल किसी अफसर या कर्मचारी को नहीं बख्शेंगे। मंत्री के औचक निरीक्षण के बाद मुझे मालूम चला कि सीटीआई और डीजीसी पर दर्जनों अधिकारी व कर्मचारी तैनात हैं,जो भर्ती के बाद से ही यहां पर तैनात हैं। इनकी इतनी हिम्मत। इस बात को लेकर मंत्री जी भी गुस्से में थे। उन्होंने भी निर्देश दिया कि 10 वर्ष से अधिक समय से यहां तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का तबादला दूसरे जिलों में किया जाये।
इसी के तहत सीटीआई केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान में तैनात अशोक कुमार वर्मा-निरीक्षक को मंडलीय प्रशिक्षण केन्द्र मुरादाबाद, अंशुल कुमार-निरीक्षक को मंडलीय प्रशिक्षण केन्द्र आजमगढ़, सुरेश कुमार सविता-ब्लॉक आर्गनाईजर को चित्रकूट व शैलेन्द्र कुमार-हवलदार प्रशिक्षक को मंडलीय प्रशिक्षण संस्थान आजमगढ़ तबादला किया गया है। इसी तरह,डीटीसी मंडलीय प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ में तैनात पीसीपी दिनेश कुमार त्रिपाठी का तबादला संतकबीरनगर, राजेश कुमार त्रिपाठी-बीओ का बहराईच व खेमराज-हवलदार प्रशिक्षक का तबादला मंडलीय प्रशिक्षण केन्द्र प्रयागराज किया गया है।
श्री मौर्या ने बताया कि मैंने सोचा तक नहीं था कि मेस में तैनात अधिकारी व कर्मचारी अपने जवानों को घटिया खाना खिलाते हैं। ऐसे भ्रष्टï अधिकारियों व कर्मचारियों का तबादला करने के बाद मैंने सख्त हिदायत दी है जवानों को सुबह-रात्रि पाली में खिलाये जाने वाले खाने की सूची बनाकर दिखाया जाये। जो सूची दें,वही खाना उन्हें खिलाया जाये और उसकी गुणवत्ता ठीक होनी चाहिये। यदि खामियंा मिली तो किसी को छोडूंगा नहीं…। श्री मौर्या ने कहा कि जब हमारे जवान खाना खाने का पैसा देते हैं तो उनका हक बनता है कि उन्हें घर की तरह खाना बनाकर ये लोग खिलायें।
बता दें कि होमगार्ड मुख्यालय परिसर में बने सीटीआई में प्रदेश के सभी जनपदों के जवानों की ट्रेनिंग होती है। सैंकड़ों की संख्या में जवान प्रशिक्षण करने आते हैं लेकिन उन्हें उन्हें सुबह और रात में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता बेहद खराब होती थी। मसलन,कच्ची रोटियां,पतली दाल और सब्जी का स्तर भी ठीक नहीं होता था। तबादला किये गये इंस्पेक्टर औै बीओ इतने शातिर थे कि जिस दिन डीजी निरीक्षण करने जायें,उस दिन जवानों को स्वादिष्टï खाना परोसा जाता था। यही वजह रहा कि डीजी को इस बात की भनक तक नहीं लग पायी कि जहां वो बैठते हैं,उसी परिसर में मेस में तैनात अफसर इतना घटिया काम कर रहे हैं।