अब इंस्पेक्टर साहेब गांजा बिकवाने का धंधा कर रहे हैं …


संवाददाता, लखनऊ : भ्रष्टाचार के खिलाफ जानकारी होने पर तत्काल एक्शन में आने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून के रखवालों पर गैरकानूनी काम में लिप्त होने पर कड़ी कार्रवाई की है। मामला राजधानी से जुड़ा होने के कारण बेहद चर्चा में है।

कैसरबाग के घसियारी मंडी इलाके में गांजा बिकवाने के आरोप में रविवार को स्थानीय लोगों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया था। सूचना पर पहुंचे उच्चाधिकारियों ने मामले को शांत करवाया। जांच में आरोप सही पाए गए तो डीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव चौकी इंचार्ज को निलंबित कर इंस्पेक्टर के खिलाफ रिपोर्ट पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सेंगर को भेज दी। जिस पर इंस्पेक्टर कैसरबाग को भी निलंबित कर दिया गया।डीसीपी ने बताया कि बीते दिन इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बाइक सवार तीन युवक एक युवक पर तमंचा लगाए हुए थे। उस पर क्षेत्र में गांजा बेचने का दबाव बना रहे थे। विरोध पर उसकी पिटाई कर दी। वायरल वीडियो का संज्ञान लिया लेकर जांच करवाई गई। इंस्पेक्टर कैसरबाग सुनील कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट का मामला है। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर दी गई है।

उसके बाद पीड़ित युवक उनके सामने पेश हुआ तो गांजा बेचने को लेकर विवाद होने की बात सामने आई। इस पर इंस्पेक्टर से कार्रवाई करने को कहा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। रविवार रात को फिर से दो पक्षों में मारपीट हुई। यही नहीं स्थानीय लोग(सौ से ज्यादा) किसी और युवक को गांजा बेचने के आरोप में पकड़ कर चौकी लेकर आ गए। कार्रवाई की मांग को लेकर घेराव करने लगे। मामले की जानकारी इंस्पेक्टर ने उच्चाधिकारियों को नहीं दी।

डीसीपी को मामले की जानकारी हुई तो एसीपी कैसरबाग रत्नेश सिंह को जांच सौंपी। उनकी जांच में आरोप सही पाए गए जिसके बाद इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की गई। 500 मीटर दूर थाना, इंस्पेक्टर ने नहीं दिया ध्यान: घसियारी मंडी चौकी से 500 मीटर दूर थाना है। इतना बड़ा बवाल हो गया फिर भी मामले की जानकारी डीसीपी को नहीं दी। पूछने पर भी गलत जानकारी दी गई।

स्थानीय लोगों से सूचना मिलने पर जांच करवाई गई, तब बात सामने आई है। अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो: पुलिस ने बताया कि घसियारी मंडी इलाके में गांजा बिकवाने की शिकायत पहली बार नहीं की गई थी।

इससे पहले भी कई बार इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें युवक गांजा बेचते हुए दिखाई दे रहे थे। बावजूद इसके उच्चाधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की थी।पुलिस उपायुक्त विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में लापरवाही पाई गई थी। जिसकी रिपोर्ट भेजी गई थी। उसी के आधार पर कार्रवाई की  गई  है। 


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