19 अप्रैल को सहारनपुर और उत्तराखण्ड में मतदान, डीआईजी संजीव शुक्ला को चाहिये ‘लग्जरी आवासीय’ व्यवस्था…


होमगार्ड विभाग: चुनाव उत्तराखण्ड में और डीआईजी साहेब, यूपी के अफसर से चाहें ‘लग्जरी आवासीय’ व्यवस्था

19 अप्रैल को सहारनपुर और उत्तराखण्ड में मतदान, डीआईजी संजीव शुक्ला को चाहिये ‘लग्जरी आवासीय’ व्यवस्था

यूपी के 9000 होमगार्ड जायेंगे उत्तराखण्ड,डीआईजी संजीव शुक्ला बनें उत्तराखण्ड के स्टेट प्रभारी अधिकारी

उत्तराखण्ड सरकार ने पत्र जारी कर डीआईजी को आवश्यक कार्यवाही के लिये स्टॉफ ऑफिसर,उत्तराखण्ड से संपर्क करने को कहा

डीआईजी ने सहारपुर के कमांडेंट विजय कुमार सिंह को जारी किया पत्र,किसी अधिकारी को उत्तराखण्ड भेज,कराओ व्यवस्था…

डीआईजी संजीव शुक्ला के बोल : मैंने कमांडेंट को उत्तराखण्ड में व्यवस्था देखने को पत्र लिखा,वहां पुलिस लाईन में इंतजाम है

सवाल : 19 अप्रैल को यूपी और उत्तराखण्ड में है प्रथम चरण का मतदान,क्या कमांडेंट या स्टॉफ वहां जाने की स्थिति में हैं ?

सवाल : डीआईजी की नजरों में यूपी का चुनाव मायने नहीं रखता ?

  संजय पुरबिया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियां अपने चरम पर है। पहले चरण में सहारनपुर में 19 अप्रैल को मतदान होना है और इसी दिन उत्तराखण्ड में भी मतदान है। होमगार्ड विभाग में आगरा परिक्षेत्र के डीआईजी संजीव शुक्ला को उत्तराखण्ड का स्टेट प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा संजीव शुक्ला को पत्र भेजकर अवगत कराया गया कि उत्तराखण्ड चुनाव में यूपी के 9000 होमगार्डों की ड्यूटी लगायी जा रही है और स्टेट प्रभारी अधिकारी की हैसियत से आप जवानों के पर्यवेक्षण,निर्वाचन के लिये आगामी 16 अप्रैल से 20 अप्रैल तक यहां रहें। पद के अनुरुप आवासीय व्यवस्था संबंधित को करा दें। सवाल यह है कि जब उत्तराखण्ड सरकार डीआईजी संजीव शुक्ला को रहने की व्यवस्था करा रही है तो फिर इन्होंने सहारनपुर के कमंाडेंट को क्यों कहा कि उत्तराखण्ड में चार दिनों के लिये पद के अनुरुप रहने की व्यवस्था कराये। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या कमांडेंट यूपी का चुनाव छोड़ उत्तराखण्ड अपनी टीम भेजकर संजीव शुक्ला के रहने के लिये लग्जरी व्यवस्था कराये ? बात जो भी द संडे व्यूज़ के पास जो पत्र है,उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि उत्तराखण्ड में डीआईजी साहेब के भौकाल में कोई कमी ना रहे…भाड़ में जाये उत्तर प्रदेश का चुनाव…।

उत्तर प्रदेश का लोकसभा चुनाव इस बार भाजपा के लिये करो या मरो की स्थिति में है। इंडिया गठबंधन भले ही कामयाब ना हो पाये लेकिन भाजपा का संकल्प है कि इस बार फिर से नरेन्द्र मोदी को जीता कर प्रधानमंत्री का हैट्रिक लगाना है। भाजपा सरकार हर एक कदम फूंक-फूंक कर उठा रही है लेकिन यूपी सरकार के होमगार्ड विभाग के डीआईजी पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा। आगरा परिक्षेत्र, होमगार्ड विभाग के डीआईजी संजीव शुक्ला को उत्तराखण्ड चुनाव में स्टेट प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। उत्तराखण्ड सरकार ने शांति ढंग से चुनाव कराने हेतु यूपी सरकार से 9000 होमगार्डों की मंाग की। इन जवानों के पर्यवेक्षण,निर्वाचन के लिये आगामी 16 अप्रैल को उत्तराखण्ड बुलाया है। 16 अप्रैल से 20 अप्रैल तक डीआईजी संजीव शुक्ला को उत्तराखण्ड रहना है और उनके आवासीय व्यवस्था के लिये डा. राहुल सचान,स्टॉफ आफिसर,लाइजनिंग अधिकारी, देहरादून को सूचना एवं कार्यवाही के लिये अवगत कराया गया है। इसके उलट डीआईजी संजीव शुक्ला ने अपना तुगलकी फरमान जारी कर 12 अप्रैल को सहारनपुर के कमांडेंट विजय कुमार सिंह को पत्र जारी कर निर्देशित किया कि अपने अधिनस्थ किसी अधिकारी को उत्तराखण्ड भेजकर उक्त व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें।

बता दें कि चुनावी माहौल में सहारनपुर क्या पूरे प्रदेश के कमांडेंट युद्ध स्तर पर जुटे हैं ताकि कहीं से कोई चूक ना हो,जिससे विभाग की साख पर बात आये। बावजूद इसके डीआईजी के पत्र ने सहारपुर मंडल में हड़कम्प मचा रखा है। बताया जाता है कि विभाग में स्टॉफ की कमी है और डीआईजी जिस अंदाज में उत्तराण्ड बुलाकर व्यवस्था कराने की बात कर रहे हैं जो किसी को हजम नहीं हो रहा। जब उत्तराखण्ड सरकार उनके रहने,वाहन आदि की व्यवस्था करा रही है तो फिर डीआईजी संजीव शुक्ला अलग से किस चीज की व्यवस्था कराने की बात कर रहे हैं। विभाग में चर्चा जोरों पर है कि संजीव शुक्ला सहारपुर कमांडेंट पर सिर्फ दबाव बनाने की राजनीति कर रहे हैं। अमूमन वे इस तरह के कई तुगलकी फरमान जारी कर अपने अधिनस्थ मंडलीय कमांडें व जिला कमांडेंट पर दबाव डालकर अपनी मनमानी करने का दबाव बनाते रहते हैं। हालांकि ‘द संडे व्यूज़’ इसकी पुष्टि नही करता है। बात जो भी हो,इस फरमान से तो यही लगता है कि उत्तराखण्ड की हसीन वादियों में डीआईजी साहेब को यूपी के अधिकारियों से लग्जरी आवास मुहैया कराने की उम्मीद है।

बहरहाल,इस बाबत डीआईजी संजीव शुक्ला के का कहना है कि उत्तराखण्ड सरकार पुलिस लाईन में बने ऑफिसर्स मेस में ठहरने का इंतजाम कर रही है। आपने कमांडेंट,सहारपुर को पत्र क्यों लिया कि उत्तराखण्ड में किसी अधिनस्थ को भेजकर उक्त व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें ? इस पर डीआईजी ने कहा कि नहीं,सहारनपुर उत्तराखण्ड से 70 किलो मीटर की दूरी पर है इसलिये बोला कि व्यवस्था देख लें…। क्या लग्जरी आवासीय व्यवस्था सरकार से चाह रहे हैं क्या? इस पर हंसते हुये कहा कि सरकार कहां चुनाव में लग्जरी व्यवस्था करायेगी…।

क्रमश: …


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