वाराणसी। उमेश सिंह: आगामी त्योहार सीजन के मद्देनजर शासन की ओर से जारी गाइडलाइंस के अनुसार लोगो मे थोड़ी खुशी और थोड़ी गम देखने को मिल रहा है। दुर्गापूजा के लिए मिनी काशी के नाम से मशहूर काशी में माँ दुर्गा की पूजा की तैयारियां जोरों पर है। वहीं जिला प्रशासन की ओर जारी गाइडलाइंस को देखते हुए मूर्तिकारों ने छोटी प्रतिमाओं का निर्माण शुरू कर दिया है, हालांकि मूर्तिकारों का कहना है एक हफ्ते में इतनी मूर्तिया कैसे तैयार होंगी।
काशी में लगभग दो सौ से ज्यादा रजिस्टर्ड संस्थाएं है जो करीब तीन महीने पहले से ही मूर्तियों के लिए आर्डर देती थी लेकिन अचानक मिले ऑर्डरों से काम का बोझ बढ़ गया है। लेकिन प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइंस के अनुसार सिंर्फ रजिस्टर्ड संस्थाए ही 5 फिट ऊची प्रतिमा के साथ माँ दुर्गा की पूजा कर सकते है। दुर्गा पूजा को लेकर मिले छूट को लेकर माँ के भक्त पूरे जोर-शोर से जुट गए है।
जिला प्रशासन ने जो गाइडलाइंस जारी किया है उसमें 15×15 का ही पंडाल बनेगा और साथ ही पंडाल में 5 फीट से ऊंची प्रतिमा नहीं बैठाई जाएगी कोरोना के मद्देनजर एक बार में पंडाल के भीतर 100 से ज्यादा दर्शनार्थी प्रवेश नही कर सकेंगे। पूजा समिति को मूर्ति व पंडाल को देखने आये हुए दर्शनार्थियों का थर्मल स्केनिग कराकर के ही पंडाल प्रवेश दिया जाएगा।
दर्शनार्थी सुबह 6:00 बजे से रात्रि 10 बजे तक ही पूजा पंडाल में कर सकेंगे। पंडाल में लाउडस्पीकर पर भजन संगीत के अलावा कोरोना से बचाव के लिये प्रसारण भी किया जायेगा।सार्वजनिक रूप से भोज आदि का कोई आयोजन प्रतिबंधित करते हुए कहा कि प्रसाद का वितरण पैकेट में किया जायेगा।