सरकार ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा दे कर बेटियो को अच्छी शिक्षा व सुरक्षा का दिलाने का भरोसा दिलाया था लेकिन आज बेटियो का सरकार से शिक्षा व सुरक्षा का भरोसा ही टूट चुका है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का कथित राम राज्य बदला जंगल राज्य में
कमासिन-बाँदा: सरकार के बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ नारे को भाजपा संगठनों के साथ प्रशासन भी तेजी के साथ प्रचारित कर रहा है।लेकिन सरकार का ये नारा उत्तर प्रदेश के बाँदा जनपद में बेटियो के लिए केवल जूलमा साबित हो रहा है।जनपद के कमासिन विकास खंड के स्थानीय कस्बे में संचालित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्या हेमलता वर्मा द्वारा छात्राओ को तरह-तरह की दलीलें दे कर कभी फीस के नाम पर तो वही फर्श बनवाने के नाम पर तो कभी लाइट व कॉलेज में लगे पंखों को ठीक करने के नाम पर अबैध धन उगाही से परेशान हो कर आधा सैकड़ा छात्राओ ने जिले के जुम्मेदार जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद सिंह व क्षेत्रीय विधायक चंद्रपाल कुशवाहा से लिखित शिकायत की।लेकिन प्रधानाचार्या को कुछ विभागीय अधिकारियों व राजनीतिक दलों का संरक्षण प्राप्त होने के कारण जुम्मेदारो ने अपनी जुम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया।वही अब प्रधानाचार्या व पति सुभाष वर्मा ने अपने किये कारनामो को छुपाने के लिए तरह-तरह की सदिश रचना शुरू कर दिया है।छात्राओ मुँह खोलने पर बोर्ड परीक्षा में फेल कर देने धमकी देने हुए कक्षा 11 में पढ़ने वाली छात्रा खुशबू मिश्रा के पिता अम्बिका प्रसाद मिश्रा के खिलाफ थाने में तहरीर दे कर हरिजन बनाम सबर्न के झूठे मुकदमे में फ़साने कोशिश कर रही है।