गोरखपुर। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की तमाम सख्ती के बाद अब प्रदेश में अपहरण उद्योग एक बार फिर पनप रहा है। कानपुर और गोंडा के बाद अब गोरखपुर में अपहरण की घटना से खलबली मची है। यहां पर पिपराइच थाना क्षेत्र में परचून की दुकान वाले के बेटे का अपहरण करने के बाद एक करोड़ रुपया की फिरौती मांगी गई है।
इस अपहरण की जानकारी मिलने के बाद से पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच तथा एसटीएफ की टीम सक्रिय हो गई हैं। तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। पिपराइच थाना क्षेत्र के कक्षा छह के छात्र के अपहरण के मामले मे पुलिस ने मुर्गा कारोबारी, सिम बेचने वाले दुकानदार और प्रॉपर्टी डीलर को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ जारी है।
पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल छत्रधारी गांव निवासी 14 वर्ष के बलराम गुप्ता को अगवा कर एक करोड़ की फिरौती मांगी गई है। रविवार दोपहर बाद उसके घर पर फिरौती का फोन आने के बाद पुलिस, क्राइम ब्रांच के अलावा एसटीएफ टीम को भी लगाया गया है। जंगल धूसड़ से एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिम बेचने वाला दुकानदार और एक प्रॉपर्टी डीलर को हिरासत में लिया गया है। पुलिस पूछताछ करने में जुटी है। इसके अलावा बलराम के साथ खेलने वाले दोस्तों से भी बात कर जानकारी ली गई है।
जंगल छत्रधारी गांव में मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्त घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं। इसके साथ ही जमीन के कारोबार से भी जुड़े हैं। उनका बेटा बलराम रविवार को दिन में 12 बजे के आसपास खाना खाने के बाद टीशर्ट और पैंट पहनकर दोस्तों के साथ खेलने निकला और घर नहीं लौटा। करीब तीन घंटे के बाद तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने उन्हेंं बताया कि बलराम का अपहरण का लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपए का इंतजाम कर लो। अगला फोन रकम कब और कहां पहुंचानी है बताया जाएगा।
महाजन ने उस नंबर पर फोन किया तो वह स्विचऑफ मिला। महाजन को अपने बेटे के अपहरण की बात पर भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने अपने बेटे की गांव में तलाश की। लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद शाम पांच बजे पुलिस को सूचना दी गई। गुलरिहा, पिपराइच, सीओ चौरी चौरा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम ने गांव पहुंचकर लोगों से जानकारी जुटाने का प्रयास किया।
एसएसपी डॉक्टर सुनील गुप्त ने बताया कि बच्चा गायब है। फिरौती के लिए उसके पिता के पास फोन आया था। बच्चे का पता लगाने के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच के साथ ही पुलिस की कई टीमें लगी हैं। जल्द घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। हमारी कई टीमें हर दिशा में लगी हैं और हम शीघ्र सफल होंगे।