शाहजहाँपुर। उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहाँपुर के मेडिकल कॉलेज में एक बार फ़िर मानवता हुई शर्मसार स्ट्रेचर न मिलनें पर अपनीं भांजी के शव को गोद में लेकर मामा पहुँचा शवगृह जहाँ स्वास्थ्य सेवाएं एक बार फिर सवालों के घेरे मे आ गई हैं। मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में स्वास्थ्य कमियों ने 2 साल की बच्ची का शव को ले जाने के लिए स्ट्रेचर देने से मना कर दिया। बच्ची का मामा शव को गोद में लेकर मॉर्च्युरी में रखने के लिए पहुंचा। आरोप है कि डॉक्टर पहले तो इलाज में लापरवाही करते रहे और बाद में बच्ची की मौत हो गई तो स्ट्रेचर तक देने से मना कर दिया है। फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
आपको बतादे कि तस्वीरों में जो नजारा दिख रहा है। वह नज़ारा मेडिकल कॉलेज शाहजहाँपुर का है। जहाँ स्टेचर न मिलने पर एक मामा अपनी भांजी का शव गोद मे उठाकर शवगृह तक पहुँचा जिससे आप ख़ुद अंदाज़ा लगा सकते हैं। कि उत्तर प्रदेश में किस तरह से स्वास्थ्य महकमें में भ्रष्टाचार व्याप्त है।
कल बीती रात जनपद शाहजहाँपुर के थाना कटरा क्षेत्र के पास सड़क हादसे में रामबाबू की मौत हो गई थी। जिसमें उनकी पत्नी व बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जहाँ पत्नी और बच्चों को पुलिस ने इलाज के लिए शाहजहाँपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया था। इसी बीच इलाज के दौरान आज रामबाबू की बेटी आराध्या की मौत हो गई। मौत के बाद हद तो तब हो गई जब शव को मर्चरी तक पहुँचाने के लिए मेडिकल कॉलेज स्टाफ की तरफ से परिजनों को स्टेचर तक नही दिया गया और न ही कोई वॉर्ड वाय द्वारा स्ट्रेचर उपलब्ध कराया गया।
एक बच्चे का शव सामनें देख सभी की आंखों से अश्रु धारा बह रही थी। लेकिन मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों और कर्मचारियों की आंखों का पानी इस कदर मर गया जैसे कोई शव नहीं एक हंसता खेलता बच्चा लेटा हो। यह सब देखकर मामा अवधेश अपनी भांजी का शव गोद मे उठाकर शवगृह तक लेकर पहुँचा। जहाँ अवधेश ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ पर इलाज में लापरवाही का आरोप भी लगाया है। फिलहाल कॉलेज के प्राचार्य अभय कुमार ने मामले में जांच के आदेश दिए है। उन्होंने ने बताया कि मामले में जांच के बाद कार्यवाही की जाएंगी अब देखना यह होगा कि केवल कार्यवाही का आश्वाशन दिया गया है और फिर कार्यवाही भी होगी ।