बाँदा। बबेरू क्षेत्र के पखरौली गांव में बने विधुत पॉवर हाउस में किसानों व समाजसेवियों द्वारा चल रहे अनिश्चितकालीन अनशन आज समाप्त हुआ। आपको बता दें कि पखरौली पॉवर हाउस में लगभग 3 वर्ष से ट्रांसफार्मर व मशीने जली पड़ी थी। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी किसानों की मांग थी कि ट्रांसफार्मर व मशीने नही बदली जा रही हैं। हर वर्ष विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा केवल आश्वासन ही दिया जाता रहा है। इस बार आक्रोशित किसानों के द्वारा मिलकर लगभग 1 सप्ताह क्रमिक अनशन करने के बाद भी उनकी कोई सुध नहीं ली गई।
जिससे आहात होकर क्षेत्रीय किसान व समाजसेवियों ने मिलकर आमरण अनशन जारी कर दिया। आमरण अनशन के तीसरे दिन ट्रांसफार्मर व मशीनें पॉवर हाउस पहुच गई हैं। तब जाकर किसानों का अनशन समाप्त हुआ। यह पूरा मामला बबेरू क्षेत्र के पखरौली गांव में बने विधुत पॉवर हाउस का है जहां पर लगातार 3 दिन आंदोलन जारी रहा, विधुत पॉवर हाउस में कोई सुधार न हो पाने से किसानों और समाजसेवियों ने विधुत विभाग के विरुद्ध आमरण अनशन जारी कर दिया था।
अनशन कर रहे समाजसेवी मनीष पटेल व किसान जी पी यादव (पूर्व सूबेदार) के समर्थन में सैकड़ो किसानों ने बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की थी तथा किसानों का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी पी सी पटेल जनसेवक व महानंद पटेल ने बताया कि बिजली विभाग पिछले कई महिनों से अंधा और बहरा हो गया है न उसे जनता की आवाज सुनाई दे रही है और ना ही जनता का कष्ट दिखाई दे रहा है।
वहीँ अरुण कुमार पटेल (विधानसभा अध्यक्ष, अपना दल एस) ने कहा कि जब तक बिजली व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन कर रहे समाजसेवी व किसानों की मांगें विभाग नहीं मानता तब तक क्षेत्र का हर किसान व समाजसेवी इस बिजली आंदोलन के समर्थन में डटा रहता। अनसनकारियो ने बताया कि पखरौली पॉवर हाउस में बीते 3 वर्ष से लगातार बिजली की समस्या आ रही थी। हमने कई बार जनप्रतिनिधियों व उच्च अधिकारियों को पत्र के माध्यम से भी अवगत करवाया लेकिन किसानों की समस्या का समाधान अब तक नही किया गया था।
जिस पर नाराज किसानों व समाजसेवीओ ने मिलकर बीते एक सप्ताह से क्रमिक अनशन व तीन दिन से आमरण अनशन कर रहे थे। वही समाजसेवी पी सी पटेल जनसेवक को जिस दिन से जानकारी मिली तब से लगातार उच्च अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से बराबर पत्र व दूरभाष से संपर्क करते रहे। आखिर में किसानों की मांगें आज यानी शुक्रवार को पूरी हो गईं हैं। पखरौली पॉवर हाऊस में खराब पड़ी मशीनों व ट्रांसफार्मर को बदलाया गया है। वहीँ इस आंदोलन में शामिल महानन्द सिंह पटेल, जीतू , बच्चन सिंह, राजाभैया, रोहित , धीरेंद्र सिंह, अभिषेक नारायण, रविप्रकाश, पुष्पेंद्र , मुकेश पटेल, पवन , रामलखन, सुरेश, प्रेमचंद,चन्द्रशेखर, मइयादीन यादव, रामदास, शिवकरन तिवारी, शिवसागर यादव सहित देहात क्षेत्रों से आये सैकड़ो लोग भी इस धरनास्थल पखरौली पॉवर हाउस पर समर्थन कर रहे थे।