बरेली। सोनू अंसारी। बरेली में अभी तक कबूतर की जान बचाने के लिए सुर्खियां बटोर रही बरेली पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया था लेकिन यूपी के बरेली से एक और तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर आप दंग रह जाएंगे। यह तस्वीर अपने आप बहुत कुछ बयां कर रही है।
हम बात कर रहे हैं इस वक्त बरेली जिले की तहसील आंवला की जहां पर एक बेजुबान सांड 1 दिन पहले कुएं में जा गिरा था लेकिन बेजुबान जानवर अपनी चीखने की आवाज डेकर सबको निकालने की गुहार कर रहा था। बेजुबान जानवर की आवाज इंसानों को सुनाई नहीं दी लेकिन दूसरे दिन सुबह में खेत पर जा रहे किसानों ने सांड की आवाज सुनी तो कुएं में साड को गिरा देख कर सबके होश उड़ गए। आनन-फानन में सांड को निकालने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद ली गई बाकायदा पुलिस प्रशासन ने इसके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और फिर उस बेजुबान की जान बचाई है।
आँवला तहसील के गांव महमूदापुर की स्थानीय पुलिस और तहसील प्रशासन जान बचाने में कामयाब हुए हैं ।
बताया जाता है की 1 दिन पूर्व ये सांड 20 फीट गहरे कुएं में जा गिरा था। दोपहर जब ग्रामीण इलाके से निकल रहे थे तो कुएं में सांड की चीखने की आवाज आई थी इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस और तहसील के स्टाफ को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी मशीन के द्वारा उस बेजुबान साडं की जान बचाने के लिए बकायदा रेस्क्यू ऑपरेशन किया।
जेसीबी मशीन से तहसील व स्थानीय पुलिस के 2 जवानों को जेसीबी के सहारे 20 फीट गहरे कुएं में पहुंचाया गया। जहां पहुंचना नामुमकिन था लेकिन खाकी के 2 जवानों ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए उस गहरे कुएं में जेसीबी के सहारे बैठे। उसके बाद लंबे वक्त के बाद उस बेजुबान साड को 20 फीट गहरे कुए से बाहर निकाला गया।
स्थानीय लोगों का कहना है अगर इसमें स्थानीय पुलिस और खाकी के जवानों की मदद नहीं ली जाती तो एक बेजुबान जानवर की इस कुएं में ही दम घुटने से मौत हो सकती थी।
आपको बताते चले कि बरेली में ही हाल ही में एक और मानवीय चेहरा सामने आया था कि दो जांबाज पुलिस के जवानों ने 45 फीट की ऊंचाई से मांझी में फंसे कबूतर की जान बचाई थी। वहीं अब आँवला तहसील की तस्वीर सामने आई है जो काफी लोगों को विचलित कर रही हैं।
आँवला थाना में तैनात दरोग ने बताया कि महमूदा पुर गांव के किसान सुबह अपने खेत पर जा रहे थ कि कुएं के पास से गुजरी ही रहे थे कि कुएं में से बेजुबान जानवर की चीखने की आवाज आ रही थी इसी दौरान किसानों ने कुएं के अंदर में झांक कर देखा तो उसमें साड पढ़ा था आनन-फानन में इसकी जानकारी तहसील के लोगों को दी गई मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया एक जेसीबी मशीन का सहारा लिया गया उसमें जेसीबी मशीन के सहार दो कॉन्स्टेबल कुए के अंदर उतारा गया जिसके बाद सांड को कड़ी मशक्कत के बाद कुएं से बाहर निकाला गया है अगर समय रहते रेस्क्यू नहीं किया जाता तो बेजुबान जानवर की मौत भी हो सकती थी