बाबुओं के एकीकरण की सूची जारी होने से मुख्यालय कैडर के मलाई काटने वाले बाबुओं में खलबली
कमेटी ने डीजी को सौंपी संविलय की तथ्यात्मक रिपोर्ट, सभी बाबूओं से 10 दिनों में मांगी गयी आपत्ति रिपोर्ट
ब्यूरो लखनऊ। होमगार्ड मुख्यालय पर तैनात बाबूओं में शीतलहरी में भी गर्मी की तपीश दिख रही है। ईमानदार डी.जी. बी. के. मौर्य द्वारा बाबूओं के एकीकरण के लिये बनी टीम ने बाबूओं के संविलय की रिपोर्ट सौंप दी है। डीजी ने सूबे के सभी बाबूओं से 10 दिन में आपत्ति मांगर कार्यवाही करने का निर्देश जारी कर दिया है। कमेटी के अधिकारियों द्वारा सही ढंग से रिपोर्ट बनाकर देने से जहां जनपदों के कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गयी वहीं मुख्यालय पर वर्षों से तैनात होकर मलाई खाने वाले बाबू कमेटी के सदस्यों को मां-बहन की… दे रहे हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि एक कमंाडेंट केसामने बाबू अधिकारियों का नाम लेकर गरिया रहे थे और वो चेतावनी देने के बजाये उनका उत्साह वर्धन कर रहे थे।

भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि ईमानदार डी.जी. द्वारा बनायी गयी कमेटी ने बाबुओं के संविलयन की सूची उन्हें सौंप दी है। डीजी ने प्रदेश के सभी बाबुओं से 10 दिन में आपत्ति मांगकर कार्यवाही करने का भी निर्देश दे दिया है। जनपदों के बाबुओं में खुशी की लहर दौड़ गयी है। कर्मचारी कमेटी वालों को भर -भर के दुआएं दे रहे हैं कि कमेटी ने पहली बार हिम्मत दिखायी और सत्य को सत्य लिखने का साहस दिखाया है। पहले भी कई बार कमेटी बनती रही है, जिसमें आईजी विवेक सिंह जैसे मठाधीश सदस्य रहे हैं, जो मुख्यालय के बाबुओं से मिलकर मामले को दबाने के लिये लगे रहते थे। यही कारण रहता था कि उनकी कमेटी फर्जी, बेसिर-पैर की रिपोर्ट बनाती थी। फि र शासन के शहद खाने वाले साथियों के साथ बैठकर उस रिपोर्ट को बट्टे खाते में डलवा देते थे और वसूल की गयी मलाई से पार्टी करते थे।
लेकिन अबकी बार डीजी बी.के.मौर्य द्वारा बनायी कमेटी ने निष्पक्ष होकर कार्य किया और ऐसी रिपोर्ट पेश की कि मंत्री, एसीएस, डी.जी. सभी बड़े लोग आदेश कर दिये कि तुरंत दोनों संवर्गो को एक किया जाये। मजेदार बात तो यह पता चली कि कमेटी के सदस्य के रूप में एक अधिकारी तो डी.जी. के वरिष्ठ स्टाफ अधिकारी के अलावा तीन वरिष्ठ मंडलीय कमांडेंट भी सदस्य हैं। कमेटी ने भी जी-जान लगाकर अपनी भारी भरकम तथ्यात्मक रिपोर्ट बनाकर सौंप दिया है। अब मुख्यालय के बाबू कमेटी के सदस्यों को सरे आम गाली दे रहे हैं।
मुख्यालय के बाबू रंजीत सिंह, राजकुमार, रूप कुमार ने नव वर्ष 2025 के दिन ही कमेटी के सदस्यों को सरेआम अपने कार्यालय के कमरे में भद्दी- भद्दी गालियां दिया। मजेदार बात यह है कि कमांडेंट दिनेश ढींगरा वहीं मौजूद रहकर उनका उत्साहवर्धन कर रहे थे।
‘द संडे व्यूज़’ मुख्यालय पर तैनात सभी वरिष्ठ अधिकारियों से सवाल करता है कि क्या मुख्यालय पर तैनात बाबू इतने निरंकुश हो गये हैं कि वे विभाग के अधिकारियों को गालियां देंगे? अब देखना है कि ईमानदार डी.जी. साहब, इन बदतमीज बाबुओं पर कोई अंकुश लगाते हैं या कमेटी को ही बदलते हैं।