सहारनपुर। सुशील कपिल: मथुरा के अंदर मंदिर में दो लड़कों के नमाज पढ़ने का फोटो वायरल हो रहा है। इसको लेकर देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उनको मंदिर के अंदर नमाज नहीं पढ़ना चाहिए थी।
अगर नमाज पढ़नी ही थी तो मंदिर के जो भी जिम्मेदार है उनसे इजाजत लेनी चाहिए थी। इसी के साथ मुफ्ती ने यह भी कहा कि उन लोगों की जांच होनी चाहिए कि वह मुसलमान है भी या नहीं क्योंकि टोपी कुर्ता पजामा पहनने से कोई मुसलमान नहीं होता।
उनको मस्जिद में नमाज पढ़ना चाहिए था या और भी बहुत जगह है, वहां पर जाकर नमाज पढ़नी चाहिए थी। इस वक्त के जो देश के हालात है ऐसे में वहां पर नमाज पढ़ना सही नहीं था।