अयोध्या : एक बार फिर रामनगरी विश्व रिकॉर्ड बनाने को तैयार है। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को दीपोत्सव के लिए एक बार फिर से नोडल एजेंसी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है. 6 लाख दीये जलाने के लक्ष्य के साथ अपने वॉलिंटियर तैनात रहेंगे।राम नगरी में चौथे दीपोत्सव की तैयारी जिला प्रशासन और नोडल एजेंसियों ने शुरू कर दी है। इस संबंध में नगर विधायक अवध विश्वविद्यालय के कुलपति और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दीए सजाने की तैयारी को लेकर चर्चा की गई ।
इस बार 6 लाख दीये राम की पैड़ी पर एक साथ जलाने का लक्ष्य रखा गया है।यह जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय को एक बार फिर से सौंपी गई है। दीपोत्सव कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. शैलेंद्र वर्मा की मानें तो 6 लाख दीयों की सप्लाई के लिए टेंडर निकाल दिया गया है. ई-टेंडर के जरिए इसकी सप्लाई ली जाएगी. 11 से 13 नवंबर तक आयोजित होने वाले दीपोत्सव आयोजित किया जाएगा. सरयू तट के कुल 24 बड़े घाटों और 4 छोटे घाटों पर दीये जलाए जाएंगे. सरयू के 28 घाटों पर कुल लाख दिए जलाने का लक्ष्य है।बड़े स्तर पर होने वाली स्त्री पुरुषों के कार्यक्रम के लिए जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने अवध विश्वविद्यालय के कुलपति और नोडल अधिकारियों के साथ एक बैठक की. जिसमें दीपोत्सव के कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की गई।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि इस बार दीपोत्सव में 6 लाख दिए राम की पैड़ी पर जलाने का लक्ष्य रखा गया है. इसे कार्यक्रम को में कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए आमजन से ना आने की अपील की जा रही है. अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया गया है. इस बात पर बैठक में सहमति बनी कि बिना आमंत्रण पत्र के किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम में प्रवेश ना दिया जाए।
रिपोर्ट : मयंक श्रीवास्तव