अंबाला। भारत और चीन में सीमा पर जारी गतिरोध के बीच आज पांच राफेल लड़ाकू विमानों को अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल कर लिया गया। लंबी राजनीतिक बहस और प्रक्रिया पूरे होने के बाद राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंचे हैं, जो अत्याधुनिक तकनीक के साथ वायुसेना में शामिल हुए हैं। अंबाला एयरबेस पर आयोजिय इस भव्य समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली सहित चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायुसेनाध्यक्ष आरकेएस भदौरिया सहित अन्य लोगों ने भी हिस्सा लिया हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल इंडक्शन सेरेमनी को संबोधित करते हुए कहा कि वायुसेना में राफेल का शामिल होना एक ऐतिहासिक क्षण है। इस अवसर पर मैं अपनी आर्म्स फोर्सिज सहित सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। हम दोनों ने एक दूसरे को समझा है। भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक भागीदारी है जो समय के साथ मजबूत हो रही है। मजबूत लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था और सम्पूर्ण विश्व में शांति की कामना, हमारे आपसी संबंधो के आधार हैं। राफेल इंडक्शन पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है, खासकर हमारी संप्रभुता पर नजर रखने वालों के लिए। हमारी सीमाओं पर हाल के दिनों में जो तनाव का माहौल बना है, ऐसे समय पर ये इंडक्शन अहम है।