प्रतापगढ़। एस के सिंह: प्रतापगढ़ रानीगंज विधानसभा से सत्ता पक्ष के विधायक और उनके भाइयों पर क्षेत्र की दो विधवा महिलाओं ने लगाया बैनामे की जमीन पर कब्जा करने का आरोप। दोनो विधवा महिलाओं संग विकलांग बेटा आलाधिकारियों की चौखट के चक्कर लगा रहा है न्याय की फरियाद लेकर। मामले रानीगंज थाने के दांदूपुर कायस्थ स्थित नेशनल हाइवे का है।
जिले एक ओर जहा पुलिस और प्रशासन भूमाफियाओं से निपट पाने में परेशान है तो वही सत्तापक्ष के विधायक भी मुश्किलें बढ़ा रहे सरकार की लुटिया डुबोने में लगे हुए है। मामला है रानीगंज तहसील मुख्यालय स्थित लखनऊ वाराणसी हाइवे की बेशकीमती जमीन जिसे साल 2017 में सतना में बसे सुभाष ओझा ने रानीगंज के दांदूपुर कायस्थ की महिला को एक विस्वा हाइवे किनारे और भागीपुर की महिला को तीन विस्वा इसी जमीन के पीछे बेच दिया था।
जमीन बेचने के बाद सुभाष ओझा से विवाद चचेरे भाइयों के बीच सिविल जज सीनियर डिवीजन के यहा से स्थगन जारी हो चुका है। जिसके चलते पीड़ितों को कब्जा नही मिल सका। लेकिन विधायक धीरज ओझा इसी जमीन पर निर्माण शुरू कर दिए तो दोनों परिवार अफसरों की चौखट के इस उम्मीद से चक्कर लगा रहे है कि उन्हें न्याय मिलेगा। फिलहाल ये तो समय ही बताएगा कि न्याय कब और कैसे मिलेगा या फिर ये मामला सरकार के दामन में ही दाग लगाएगा।