पटना। बिकाश कुमार। (एआइएमआइएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भाजपा नीतीश कुमार को रिटायर करना चाहती है। उन्होंने कहा कि राजद 10 लाख लोगों को नौकरी और भाजपा 19 लाख को रोजगार देने की बात कह रही है। बिहार में 15 साल राजद तो करीब 15 साल जदयू व भाजपा ने शासन किया, इन्होंने तब क्यों नहीं नौकरी दी।
ओवैसी ने कहा, देश में लॉकडाउन के दौरान तेलंगना व हैदराबाद में रह रहे बिहारियोंं के घर-घर जाकर राशन व दवा की व्यवस्था मैंने और मेरी पार्टी ने की। उन्हें पैसे का अभाव का अहसास नहीं होने दिया। जबकि नीतीश कुमार ने देश के अन्य हिस्सों मे फंसे कामगारों को बिहार आने से भी रोक दिया था।
उन्होंने कहा, नीतीश सरकार में बिना दो हजार रुपये दिए शौचालय और 20 हजार दिए बिना पीएम आवास का लाभ नहीं मिलता है। बिहार में एक चिकित्सक 28 हजार मरीजों का इलाज करता है। पूछा, विकास क्या और कहां हुआ। स्कूल तो हैं लेकिन शिक्षक नहीं है। उच्च शिक्षा के लिए युवा पलायन कर रहे हैं। स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली का जिक्र किया। चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र एवं राज्य की सरकार बिहार को लूटने में पूरी तरह कामयाब हो गई है। जनता में सेंध मारकर वोट लिया और भारतीय जनता पार्टी के गोद में बैठ कर फिर से जनता को लूटने के लिए काम कर रही है सरकार है। शिक्षा स्वास्थ्य एवं बुनियादी सुविधाएं बिहार के लोगों को नहीं मिल रही है। जिससे यहां की जनता में वर्तमान सरकार के प्रति आक्रोश है। शिक्षा चौपट, उद्योग चौपाट एवं स्वास्थ्य व्यवस्था भी चौपट हो गई है। कहा की यह चुनाव गरीब बनाम संप्रदायिक ताकतों से होने जा रही है।
हालात इस तरह से पैदा कर दिया गया है कि स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत बनने वाले शौचालय में लोगों को 2 हजार का रिश्वत देना पड़ रहा है। यह भी सच्चाई है कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना एक धोखा है। जो लूट का जरिया बन गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में आकर बड़े-बड़े जुमलेबाजी किए। नीतीश ने गरीबों का वोट लेकर जनता से विश्वासघात किया है। 15 साल के भीतर विकास का कोई ठोस काम नहीं हुआ। शिक्षा, स्वास्थ्य की हालत किसी से छिपी नहीं है। बिहार में चिकित्सकों की वैकेंसी बंद है। उन्होंने कहा कि लालू और नीतीश दोनों ने बिहार को ठगने का काम किया है।