शासन के तुगलकी फरमान से होमगार्ड विभाग में हड़कम्प
डीआईजी आगरा परिक्षेत्र डीआईजी संजीव शुक्ला केे जूनियर पियूष कांत को मिला झांसी परिक्षेत्र का अतिरिक्त चार्ज
विनय कुमार मिश्र को मिला केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान का अतिरिक्त चार्ज,सीनियर ए. के.पाण्डेय ताकते रह गये …
संजय श्रीवास्तव
लखनऊ। ‘अंधेर नगरी चौपट राजा, टका सेर भाजी टका सेर खाजा’… शायद होमगार्ड विभाग में यही लागू हो गया है। एक तरफ जीरो टॉलरेंस का दिखाया किया जा रहा है और इसी की आड़ में शासन के अफसरान अपना गेम खेल रहे हैं। आगरा परिक्षेत्र के डीआईजी संजीव शुक्ला से बुंदेलखंड परिक्षेत्र झांसी का अतिरिक्त चार्ज हटाकर मंडलीय कमांडेंट ग्रेड 2 पीयूष कांत को दे दिया गया। ठीक इसी तरह, डी.जी. के स्टाफ अफसर टू कमांडेंट जनरल विनय कुमार मिश्र को डीआईजी केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान का अतिरिक्त चार्ज दे दिया है। बड़ा सवाल ये है कि जब मंडलीय कमांडेंट ग्रेड 2 का प्रतिवेदक अधिकारी डीआईजी परिक्षेत्र होता है तो मंडलीय कमांडेंट के रूप में पीयूष कांत का वार्षिक प्रविष्टि (एसीआर) कौन लिखेगा ?
जब पीयूष कांत को ही अतिरिक्त चार्ज देना था तो रणजीत सिंह के 31 दिसंबर 2023 के रिटायर होने के बाद ही क्यों नहीं दिया गया ? इसी तरह,ए.के.पाण्डेय विनय मिश्र से सीनियर अफसर हैं। क्या विनय मिश्र अपने सीनियर अफसर अजय कुमार पाण्डेय का वार्षिंक प्रविष्टि लिखेंगे ? कहीं किसी विशेष मुहूर्त के तहत संजीव शुक्ला से झांसी का अतिरिक्त चार्ज तो नहीं लिया गया है ? हो सकता है इसके पीछे भी बड़ा खेला खेलने की तैयारी है….।
बता दें कि झांसी परिक्षेत्र में कानपुर, झांसी और चित्रकूट मंडल आते हैं। तीनों मंडलों में तीन डिविजनल कमांडेंट तैनात हैं, जिनमें से एक मंडलीय कमांडेंट पीयूष कांत हैं। अब पीयूष कांत झांसी के मंडलीय कमांडेंट भी हैं और डीआईजी भी हैं। मंडलीय कमांडेंट झांसी का एसीआर डीआईजी झांसी को लिखने का अधिकार है और डीआईजी झांसी का एसीआर मुख्यालय के आईजी लिखते हैं। अब मंडलीय कमांडेंट झांसी का एसीआर पीयूष स्वयं लिखेंगे या तो मुख्यालय किसी को आदेश करे…।
डीजी विजय कुमार मौर्य के स्टाफ अफ सर टू कमांडेंट जनरल विनय कुमार मिश्र को डीआईजी केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान का अतिरिक्त चार्ज दे दिया। डीआईजी केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान का अधिकारी प्रदेश की सभी 12 डीटीसी के मंडलीय कमांडेंट का वार्षिक मंतव्य लिखता है। विनय कुमार मिश्र से वरिष्ठ अधिकारी ए. के. पांडेय हैं जो मंडलीय प्रशिक्षण केंद्र लखनऊ पर तैनात हैं। अब सवाल ये है कि क्या जूनियर अधिकारी विनय कुमार मिश्र अपने सीनियर अधिकारी ए. के. पांडेय का वार्षिक मंतव्य लिखेंगे? क्या लखनऊ प्रशिक्षण केंद्र पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी ए. के. पांडेय को शासन प्रशिक्षण केंद्र से हटायेगा ? या कान में घी डालकर सभी सोते रहेंगे।
बात जो भी हो, मुख्यालय पर तैनात डीजी बी. के. मौर्य,जो नियमों पर चलने के लिये जाने जाते हैं लेकिन शासन में बैठे अफसर जीरो टॉलरेंस नीति का बाट लगा रहे हैं।