ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ में पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट की घटना के बाद प्रदेश में सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया है। डीजीपी राजीव कृष्ण का कहना है कि अभियान के बाद भविष्य में यदि किसी पटाखा फैक्ट्री में आग अथवा विस्फोट की घटना होती है, जो स्थानीय एसओ, चाैकी प्रभारी, बीट प्रभारी के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही तय कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि जांच के दौरान छोटे, फुटकर पटाखा विक्रेताओं को बेवजह परेशान न किया जाए।

एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने सभी एडीजी जोन, पुलिस आयुक्त, आइजी/डीआइजी रेंज, एसएसपी/एसपी को अवैध पटाखा फैक्ट्रियों व गोदामों की सघन जांच कराए जाने का निर्देश दिया है। 21 सितंबर तक सभी जिलों में विशेष अभियान के तहत लाइसेंस धारक पटाखा फैक्ट्रियों का निरीक्षण कराए जाने का निर्देश भी दिया है।
कहा है कि सीओ, एसडीएम, थाना प्रभारी व अग्निशमन विभाग की संयुक्त टीम पटाखा फैक्ट्रियों का निरीक्षण करेगी और इस दौरान वीडियोग्राफी कराई जाएगी। एएसपी व एडीएम, पुलिस आयुक्त/पुलिस उपायुक्त/पुलिस अधीक्षक व डीएम द्वारा अभिलेखों का सत्यापन भी अवश्य कराया जाए।
आग व खासकर रासायनिक आग से निपटने की तैयारियों की समीक्षा विशेष ध्यान देकर की जाए। निरीक्षण के दौरान यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि कहीं बालश्रम न हो। किसी भी अवैध या अनाधिकृत कारखाने, भंडारण व अवैध विक्रय/परिवहन की गोपनीय जानकारी जुटाकर लगातार कार्रवाई की जाए।
अवैध पटाखा फैक्ट्री, भंडारण पाए जाने पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए। यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि पटाखों का भंडारण व बिक्री उनके लाइसेंस, अनुमति के आधार पर निर्धारित, चिन्हित स्थानों पर ही हो। पटाखा बिक्री के हर स्थान को स्पष्ट रूप से चिन्हित किया जाए। आबादी व व्यस्त बाजार से उचित दूरी पर ही पटाखों की बिक्री के स्थान चिन्हित किए जाएं।