पटना। विजय कुमार शर्मा। जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाही नहीं, मास्क और सैनिटाइजर का हमेशा करें उपयोग। उक्त बातें कुंदन कुमार जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा निर्वाचन 2020 को लेकर पश्चिमी चंपारण जिला में तीसरे चरण के 6 विधानसभा क्षेत्र और एक लोकसभा उपचुनाव की पूरी तैयारी कर ली गई है ।
आगे उन्होंने बताया कि बाल्मीकि नगर लोकसभा उपचुनाव 7 और विधानसभा क्षेत्र के चुनाव लड़ने वाले 84 अभ्यार्थियों चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों का नाम शामिल है। जिसमें अपराधिक चरित्र के अभ्यर्थी संख्या विधानसभा में 31, लोकसभा में 01का आपराधिक इतिहास रहा है।
आगे उन्होंने बताया कि बाल्मीकि नगर एवं रामनगर को छोड़कर मतदान के समय अवधि 7 नवंबर को सुबह 7:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक और बाल्मीकि नगर एवं रामनगर विधानसभा में प्रातः 7:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक मतदान होगा। आगे उन्होंने बताया कि इन 6 विधानसभाओं में सहायक मतदान केंद्रो सहित कुल मतदान केंद्र संख्या 2478 है।
कुल निर्वाचक ओं की संख्या 17 लाख 27 हजार 5 सौ 48 है आगे उन्होंने बताया कि संबंधित निर्वाची पदाधिकारी अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र/ 1- बाल्मीकि नगर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में अभ्यर्थी वापसी के पश्चात अंतिम रूप से चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की घोषणा के साथ चुनाव प्रचार प्रसार प्रारंभ हो गया। जो 2 विधानसभा छोड़कर मतदान की तिथि के 48 घंटे पूर्व शाम 6:00 बजे तक समाप्त हो जाएगा साथ ही बाल्मीकि नगर एवं रामनगर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान प्रातः 7:00 बजे से शाम 4:00 बजे होने के कारण इन दोनों क्षेत्रों में प्रचार 4:00 बजे ही समाप्त हो जाएगा।
आगे उन्होंने बताया कि इन विधानसभा एवं उप निर्वाचन लोकसभा मे सेक्टर मजिस्ट्रेटों संख्या 179 और उड़नदस्ता दल 36, स्थैतिक निगरानी दल 36, वीडियो सर्विस लांस 15 की बनाई गई है जो विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में नियमित निगरानी करेंगे।
उन्होंने बताया कि विधानसभा एवं उपचुनाव लोकसभा क्षेत्रों में पूर्ण रूप से स्वच्छ, पारदर्शी, भाई मुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में सफलता प्रदान करने के उद्देश्य से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में प्रतिनियुक्ति दल कार्यरत है। जो 24 घंटा क्रियाशील रहेगा और कोविड – 19 के फैलते संक्रमण को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए गाईड लाईन आलोक विधानसभा वार जिला स्तर पर स्वास्थ्य नोडल अधिकारी की नियुक्ति के साथ ही कोविड-19 एवं सेनेटाईजेशन कोषांग का गठन किया गया तथा उन्हें इससे निपटने की जवाबदेही गई है।