कैमूर: कैमूर जिले में किसानों के समर्थन में माले और राजद के लोग सड़कों पर उतर गए हैं। माले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया तो वहीं राजद ने पटेल चौक भभुआ से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करते हुए केंद्र विरोधी नारे लगाए। साथ ही अपनी मांगों के साथ एक दिवसीय लीछवि भवन के पास धरना दिया।
माले के कार्यकर्ताओं ने बताया कि सरकार किसान विरोधी बिल लाई है, जिससे कारपोरेट घरानों को बढ़ावा मिलेगा। इससे अंबानी और अंडाणि को लाभ होगा। किसानों के हित में कुछ फायदा होने वाला नहीं है। सरकार ने बॉर्डर पर ही किसानों को रोक दिया है, जो 91000 गाड़ी पर लाखों की संख्या में किसान आए हैं। सरकार कहती है यह किसान नहीं आतंकवादी है तो क्या किसानों को देश में अपना हक मांगने का अधिकार नहीं है। जब तक किसानों की जायज मांग को सरकार मान नहीं लेती है तब तक हम लोगों का आंदोलन चलता रहेगा।
वहीं राजद के तरफ से एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में शामिल हुए राजद के भभुआ और रामगढ़ विधायक ने बताया कि सरकार किसानों के लिए जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित नहीं करती है तब तक हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा। सरकार जो कृषि बिल लाई है इस काले कानून के खिलाफ हम लोग का धरना प्रदर्शन है। आज हम लोगों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया है, अगर सरकार इन बातों पर ध्यान नहीं देगी तो हम लोग सड़क जाम करेंगे। सरकार कहती है कि पैक्स में धान की खरीद शुरू हो गई है लेकिन अभी कहीं भी धान की खरीदारी नहीं शुरू हुई है। जो न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार ने तय किया है उस पर धान नहीं खरीदे जा रहे हैं। किसान सस्ते दामों में धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं।
रिपोर्ट: अजीत कुमार गुप्ता