महोबा। वहीद अहमद: महोबा जिले में परिवार न्यायालय के कचहरी परिसर से कलक्ट्रेट परिसर में स्थानांतरित किए जाने के विरोध में अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार कर सामूहिक हड़ताल कर दी अधिवक्ताओं ने पुस्तकालय भवन में प्रदर्शन कर परिवार न्यायालय पुरानी जगह कचहरी परिसर में वापस लाने जाने की मांग की और ऐसा न होने पर लगातार कार्य बहिष्कार कर आमरण अनशन तक की चेतावनी दी है।
मामला जिला मुख्यालय स्थित कचहरी परिसर का है, जहां से परिवार न्यायालय कलक्ट्रेट परिसर स्थानांतरित किये जाने से अधिवक्ता आक्रोशित नजर आ रहे है। कारण यह है कि कचहरी परिसर से कलेक्ट्रेट भवन की दूरी पांच किलो मीटर से ज्यादा होने के साथ साथ मुख्यालय से कलेक्ट्रेट भवन के लिए वाहन न चलने से वादकारियों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए बार एसोसिएशन महोबा ने परिवार न्यायालय को कचहरी परिसर में ही संचालित किए जाने की मांग की मांग पूरी न होने पर लगातार कार्य बहिष्कार के साथ ही आमरण अनशन करने तक की बात कही ।
वहीं हड़ताल के चलते न्यायालय के सभी कामकाज बंद रहे तो वही दूर दराज से आए वादकारियों को नई तारीख लेकर लौटना पड़ा। अधिवक्ताओं का कहना है कि परिवार न्यायालय कलक्ट्रेट में स्थानांतरित करने से महिलाओं को आने-जाने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। साथ ही अधिवक्ताओं को भी कचहरी छोड़कर कलक्ट्रेट जाना पड़ेगा।
भारत विशाल शुक्ला ( पूर्व महामंत्री )- ने बताया कि जनपद न्यायालय परिसर में जो वर्षो से परिवार न्यायालय संचालित था उसको पिछले महीने कलेक्ट्रेट ट्रांसफर कर दिया गया है जनपद न्यायालय से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पड़ती है हम लोगो को व वादकारियों को परेशानी पड़ती है वहाँ तक जाने में ही 200 से 300 रुपये का खर्च आता है क्योंकि वहाँ कोई साधन भी नही चलता है। दूरी होने के चलते पीड़ित महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा अगर हमारी मांग नही मानी जाती तो हम लगातार कार्य बहिष्कार के साथ ही आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे।