महाशिवरात्रि कल: पूरे प्रदेश के शिव मंदिरों में होंगे विविध आयोजन, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त


देवाधिदेव महादेव बरात लेकर पार्वती को ब्याहने निकलेंगे। महाशिवरात्रि पर बुधवार को शहर में भव्य शिव बरात निकलेगी। कल्याणगिरि मंदिर से शिव बरात निकलेगी जो बालागंज, चौक होते हुए वापस कल्याणगिरि पहुंचेगी। वहीं, मंगलवार को राजेंद्रनगर स्थित महाकाल मंदिर में भोले को हल्दी लगाई गई और मेहंदी की रस्म अदा की गई। रात 12 बजे से भस्म आरती की शुरुआत हुई।

राजेंद्र नगर स्थित महाकाल मंदिर के व्यवस्थापक अतुल मिश्रा ने बताया कि सुबह चार बजे बाबा का शृंगार भांग-मेवे से किया जाएगा और भस्म आरती होगी। इसके बाद उज्जैन की तर्ज पर मंदिर में आरती के बाद भोग लगाया जाएगा। सुबह 6:30 बजे से दोपहर एक बजे तक भक्तों के लिए पट खोल दिए जाएंगे और गंगाजल से अभिषेक होगा। मंदिर के अध्यक्ष विक्रम कपूर और महामंत्री गिरीश चंद्र ने बताया कि शाम 5:30 बजे से 6:30 बजे तक पट बंद रहेंगे। इसके बाद पौने सात से महारुद्राभिषेक किया जाएगा, जिसमें 11 लीटर दूध और सवा किलो पंचमेवे दही, शक्कर, मक्खन, पनीर आदि से बाबा का अभिषेक होगा। शाम 7:30 बजे से आठ बजे तक बाबा का शृंगार होगा। इसके बाद 151 और 121 दीपों से महाआरती होगी। रात नौ बजकर पांच मिनट पर बाबा को 56 व्यंजनों का भोग लगेगा।

इधर, चौक स्थित कोनेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार रात्रि 12 बजे से रुद्राभिषेक शुरू हो गया। पुजारी अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि बाबा का फूलों से भव्य शृंगार हुआ। बुधवार शाम को विशेष भजन संध्या का आयोजन किया गया है, जिसमें सचिन तिवारी भजनों की प्रस्तुति देंगे।

1008 दीपों से होगी महाआरती

कैंट सदर के शिव शक्ति मंदिर में भी महाशिवरात्रि के कार्यक्रम की शुरुआत 25 फरवरी को ही हो गई। इस मौके पर श्रीरामचरितमानस का अखंड हुआ, जिसका समापन बुधवार को हवन और 1008 दीपों से भगवान शिव का विशेष शृंगार व महाआरती के साथ होगा। 28 फरवरी को भंडारे का आयोजन होगा।

मनकामेश्वर मंदिर पहुंचकर कमिश्नर व नगर आयुक्त ने लिया जायजा
मंडलायुक्त रोशन जैकब और नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने मंगलवार देर शाम मनकामेश्वर मंदिर पहुंचकर वहां पर सुरक्षा, सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी हालत में अव्यवस्था जैसी स्थिति नहीं उत्पन्न होनी चाहिए।

मनकामेश्वर में महादेव को लगी मेहंदी

डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में भजन-कीर्तन शुरू गया। मंगलवार को यहां भगवान भोलेनाथ का शृंगार कर मेहंदी की रस्म निभाई गई। मंदिर की महंत देव्या गिरि ने बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालु गोमती का जल लेकर शिवलिंग का पहला अभिषेक करेंगे। इसके बाद कांवड़ियों के लाए गंगाजल से रुद्राभिषेक किया जाएगा। मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह चार बजे से खुल जाएंगे। दिनभर भक्त भोलेनाथ के दर्शन-पूजन कर सकेंगे।

यह रहेगा पूजन का मुहूर्त
पंडित एसएस नागपाल के अनुसार, 26 फरवरी सुबह 11:08 से 27 फरवरी सुबह 8:54 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। निशीथ काल पूजा का समय रात 11:54 से 12:44 बजे तक है। पंडित आशुतोष पांडेय ने बताया कि महाशिवरात्रि पर बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त की पूजा का समय है सुबह 5:16 से 6:04 तक है। शिवयोग रात्रि 11:41 तक रहेगा। अमृत काल मुहूर्त सुबह 6:02 से 7:31 तक रहेगा। द्वितीय प्रहर की पूजा रात 09:26 से 12:34 बजे तक होगी। महाशिवरात्रि पर प्रदोष काल मुहूर्त शाम 4:40 से 7:10 बजे तक है।


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