होमगार्ड विभाग का मोनोग्राम कलर लाल-काला होता है,बीओ ने लगाया है लाल-नीला मोनोग्राम
मंडलीय कमांडेंट और कमांडेंट हर दिन बीओ नीरज सिंह पटेल को देखते हैं,नहीं करते कार्रवाई ?
पुलिस का बैच लगाना भारतीय दंड संहिता की धारा 419 व 420 के तहत अपराध की श्रेणी में आता है
झांसी में भर्ती हुयी हवलदार प्रशिक्षक,बना बीओ,12 वर्ष से इसी जनपद में है तैनात ?
संवाददाता झांसी। यूपी का अनूठा विभाग का सेहरा यदि होमगार्ड विभाग पर बांधा जाये तो गलत नहीं होगा। यहां एक से एक धुरंधर भरे पड़े हैं। शराब पीकर ड्यूटी करने से लेकर फर्जी पुलिस का बैच लगाकर रंगबाज दारोगा बनने वालों को देखकर विभागीय अफसर मूंछों पर ताव देते हैं। झांसी के मंडलीय कमांडेंट पीयूष कांत और कमांडेंट शैलेन्द्र कुमार की निरंकुसता की वजह से ही फर्जी दारोगा सीनवा ठोंक कर पुलिस का बैच लगाकर बुलेट पर रंगबाजी ठोंकते हुये वसूली कर रहा है। मामला झांसी में देखने को मिला। यहां पर जिले में तैनात बीओ नीरज सिंह पटेल की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। आप देख सकते हैं कि होमगार्ड विभाग का बीओ कितनी बेहयाई से डबल स्टार लगाकर बुलेट पर बैठा है। वर्दी पर पुलिस विभाग का लाल-नीला मोनोग्राम लगा रखा है जबकि है होमगार्ड विभाग का बीओ। बता दें कि होमगार्ड विभाग मेंं बीओ लाल-काला मोनोग्राम लगाते हैं। पुलिस का मोनोग्राम लगाने पर कायदे से इसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419 और 420 के तहत कार्यवाही होनी चाहिये क्योंकि ये अपराध की श्रेणी में आता है। पुलिस विभाग का निर्धारित रैंक व बैच लगाने के आरोप में भी इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये। लेकिन क्या होमगार्ड विभाग के अफसर इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे ?
मुख्यालय पर भी अधिकांश हवलदार प्रशिक्षक हैं, जो बीओ का स्टार लगाकर अफसरों के कमरे में जाते हैं और साहेब लोग देखकर चवन्नी मुस्कान मारकर चुप्पी साधे रहते हैं। नीरज सिंह पटेल इतना दबंग किस्म का है कि होमगार्ड मुख्यालय के सर्कुलर जारी होने के बावजूद निर्धारित रैंक, बैज का धारण नहीं करते हैं क्योंकि इन्हें मालूम है कि मेरा मसीहा मुख्यालय पर तैनात है। मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा। कर्मचारियों ने बताया कि बीओ पुलिस का बैच लगाकर अपने मंडलीय कमांडेेेंट पीयूषकांत और कमंाडेंट शैलेन्द्र कुमार के सामने हाजिर होता है लेकिन किसी ने उसके खिलाफ कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाया।