जालौन। अधिकारियों की सहभागिता के चलते लाइट मैन विधुत विभाग को लाखों का चूना लगाने में लगा है। तो वहीं मुख्य बात यह भी है कि जब संइयां कोतवाल अब डर काहे का। बिजली विभाग के लाइन मैन ने बिजली विभाग की काया पलट कर दी लाइट मैन ने अपनी छवि इतनी सुन्दर बनायी कि चुनाव में प्रत्याशी विष्णु प्रताप उर्फ लला की अहम भूमिका अदा कर दी। लाइन मैन अपने साथ कर्मचारियों व मीटर रीडरों के साथ मिलकर बिजली चोरी बड़ी सफाई से करवाते है। बिजली बाई पास तथा मीटर रीडर मीटर को अपनी कलाकारी व हाथ की सफाई से मीटर डिस्प्ले रोक देते है व मीटर स्लो कर देते है।
जिसकी आड़ में धन की अच्छी खासी उगायी भी कर लेते है एवं उपभोक्ता को लगता है कि हमारे पैसे कम व उचित आ रहे है लेकिन जब मीटर की जांच सही हो जाती है तो भुगतान 10 गुना भुगतना पड़ता है। जबकि वहीं अगर देख लिया जाये लाइट मैन की काली करतूत के चलते ही बाइ पास व अन्य अच्छी खासी जुगाड़ के चलते एेसी, फ्रिज, कूलर, वॉशिंग मशीन तक बिजली उपकरण चलते है। अधिकारी को जानकारी होते हुए भी वो उन्हें नजर अन्दाज कर देता है क्योंकि इसके बदले उच्च अधिकारियों को बिजली कर्मचारियों की मदद से अच्छा खासा हरजाना मिल जाता है।
कुछ समय पूर्व ही बिजली विभाग के दफ्तर में ग्रामीणों द्वारा आन्दोलन तक छेड़ा गया था ग्रामीणों नें एसडीअो व जेई के ऊपर हजारों प्रश्न खड़े हुए थे। ग्रामीणों का आरोप था कि जब गाँव में लाइट भी नही, खंभा भी लगा था तब भी उन्हें बिल थमा दिया गया। ऐसे कई आरोपों का शिकार एसडीअो से लेकर अन्य विधुत विभाग के कर्मचारी रह चुके है। सूत्रों के मुताबिक जेई संजय वर्मा स्थानांतरण से पूर्व कोंच तहसील के अन्तर्गत आलोचनाओं के बीच घिरे रहे है ।