नगर आयुक्त को गुमराह कर सभी जोन के जोनल अधिकारियों ने मिलकर ऑन लाइन सेल्फ असिस्मेंट पोर्टल को बंद करवाया।
पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया ने जोनल अधिकारियों द्वारा हाऊस टैक्स में कर रहे लूट को बंद कराने के लिये चालू किया पोर्टल
सभी जोन के जोनल अधिकारियों का घटिया तर्क : पोर्टल में हाऊस टैक्स की फाईलों का गलत फिडिंग हो रहा है…
ब्यूरो
लखनऊ। राजधानी के जोन 8 विद्यावती वार्ड में रहने वालों को सुविधाएं देने में नगर निगम पूरी तरह से नाकाम है लेकिन टैक्स के नाम पर जोनल स्तर के अधिकारी बेखौफ होकर डकैती डाल रहे हैं। पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया ने वर्ष 2022 में नगर निगम के अफसरों के स्तर से मकान मालिकों को हाऊस टैक्स,वाटर टैक्स के नाम पर लूटने की परिपाटी को बंद करने के लिये ऑन लाइन सेल्फ असिस्मेंट पोर्टल चालू किया गया था। इससे घर बैठे ही लोग अपने हाऊस टैक्स को जमा कर देते थे,उन्हें नगर निगम के दलाल अफसरों से मुक्ति मिल गयी थी लेकिन…। सभी जोन के जोनल अधिकारियों ने मिलकर नगर आयुक्त को गुमराह कर ऑन लाइन सेल्फ असिस्मेंट पोर्टल को बंद बंद करवा दिया । अफसरों ने तर्क दिया कि फाईलें गलत फीड हो रही है इसलिये इसे बंद करवा दिया जाये। हकीकत ये है कि इस पोर्टल के खुलने से जोनल अधिकारियों की हाऊस टैक्स के नाम पर हो रही लूट पूरी तरह से बंद हो गयी थी। चौंकाने वाली बात तो ये है कि आशियाना के ही सेक्टर एम-1 में भी नगर निगम कर्मचारी हाऊस टैक्स की नोटिसें दे रहे हैं लेकिन इस कालोनी में ना तो सफाई कर्मचारी आते हैं और ना ही सभी जगह स्ट्रीट लाईट लगायी गयी है। कागजों की बात करें तो हर माह भारी संख्या में सफाई कर्मचारियों के वेतन का भुगतान हो रहा है। इसका खुलासा अगले अंक में करेंगे।
नगर निगम जोन 1 से लेकर 8 में तैनात जोनल अधिकारी लूट मचा रखे हैं लेकिन इनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होती। सत्ता से लेकर नौकरशाहों तक चरण वंदना करने में माहिर जोनल अधिकारियों की लूट का पर्दाफाश ‘द संडे व्यूज़’ ‘नव वर्घ से करेगा लेकिन इतना बता दें कि जोनल अधिकारियों के लूट की खबर मेयर व नगर आयुक्त को भी है लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली है। चर्चा तो इस बात की है कि मेयर की शह पर ही जोनल अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। अब जोन8 की बात करें तो इसमें 13 वार्ड आते हैं। इसी वार्ड में सेक्टर एम-1 अंसल आंगन कालोनी भी आती है। नगर निगम के दायरे में आने के बाद भी यहां पर सफाई कर्मचारी झांकने नहीं आते। कालोनी वाले ठेकेदारों को फोन करते हैं तो अगले दिन सफाईकर्मी आते हैं और नाली या झाडू लगाने के नाम पर पैसा वसूल करते हैं। सीधी बात करें तो सफाई कर्मचारी कागजों पर चल रहे हैं।
इसी तरह,यहां पर स्ट्रीट लाइट के खंभे खड़े हैं लेकिन नब्बे प्रतितश खंभों पर लाईट नहीं है। यही वजह है कि विश्वनाथ अकादमी स्कूल के पीछे गेट के पास अंधेरा रहता है और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। यही हाल अन्य गलियों का भी है। सवाल ये है कि जब अंसल आंगन योजना सेक्टर एम-1 नगर निगम के दायरे मेंं आ गया है और आप हाऊस टैक्स की वसूली कर रहे हो तो सुविधाएं कौन देगा ? क्या सिर्फ उपभोक्ताओं से हाऊस टैक्स बढ़ाकर उनसे वसूली करने के लिये जोनल अधिकारी बिठाये गये हैं ?
बात जो भी हो, ‘द संडे व्यूज़’ नव वर्ष से नगर निगम जोन 8 के महाभ्रष्टï अधिकारियों का पर्दाफाश करेगा और बतायेगा कि किस अफसर की कितनी बेनामी संपत्तियां है और कौन बाबू करोड़ों की कोठी खड़ाकर सरकार को ईमानदारी का मुंह चिढ़ा रहा है।