पटना| विवेक रॉय| पटना पुलिस के मुताबिक रिहा करवायी गयी लड़कियों को जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेला गया था। उन लोगों की प्राथमिकता है कि इन लड़कियों की काउन्सलिंग कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाया जाये, जिससे उन्हें देह व्यापार के दलदल से छुटकारा मिल सके।
बिहार के पूर्णिया में देह व्यापार का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर तीन अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर सात नाबालिग समेत 15 लड़कियों को देह व्यापार के दलदल से छुड़वाया है। पुलिस ने मौके से आठ युवकों को भी गिरफ्तार किया है।
आईजी कमजोर वर्ग रत्न संजय कटियार के निर्देशन में राजधानी पटना से आयी कमजोर वर्ग सीआईडी, सीसीएसटी बिहार और स्थानीय चाइल्ड लाइन की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर शनिवार को पूर्णिया के खुश्कीबाग और गुलाबबाग रेड लाइट इलाके में छापेमारी की। इस कार्यवाही में खुश्कीगंज से सात नाबालिग समेत 10 लड़कियों को मुक्त कराया गया है। पुलिस ने यहां से दो युवकों को गिरफ्तार किया है। वहीं गुलाबबाग रेड लाइट एरिया में छापा मारकर पुलिस ने देह व्यापार में लिप्त पांच लड़कियों को मुक्त कराया है। पुलिस ने मौके से छह युवकों को भी गिरफ्तार किया है।
सीसीएसटी के बिहार कन्वेनर वाई.के.गौतम ने कहा कि उन लोगों को गुप्त सूचना मिली थी कि यहां बड़े पैमाने पर देह व्यापार का धंधा होता है। वहीं पटना से आये सीआईडी के अधिकारियों ने बताया कि उन लोगों को और भी बड़ी सफलता मिलती लेकिन स्थानीय टीम के द्वारा उन्हें डायवर्ट कर दिया गया।
बता दें कि सदर थाना से महज दो किलोमीटर दूर खुश्कीबाग और गुलाबबाग में अनैतिक देह व्यापार का धंधा खुलेआम हो रहा है। पहले भी यहां कई बार यहां छापामारी हुई है लेकिन कुछ समय बाद फिर से देह व्यापार की मंडी सजने लगती है जिससे पुलिस की कार्यवाही पर बड़ा सवाल खड़ा होता है।