नालन्दा| ऋषिकेश कुमार | विधानसभा चुनाव को लेकर नालंदा जिले में भी अपनी अपनी उम्मीदवारी को लेकर घमासान मचा हुआ है। बिहारशरीफ विधानसभा में उम्मीदवारी को लेकर राजद में भी अंतरकलह की बात सामने आ रही है। राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय परिषद सदस्य व पूर्व राज्य प्रवक्ता मनीष यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी महागठबंधन से ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया था, जिसे लोग पहचानते भी नहीं थे और वह राजनीति से भी काफी दूर थे। जिसका खामियाजा लोकसभा में महागठबंधन को भुगतना पड़ा और काफी मतों से लोकसभा में हार का मुंह देखना पड़ा था। यही सिलसिला विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। ऐसे उम्मीदवार को रातोरात पार्टी की सदस्यता दिलाई गई, जो अन्य दल में शामिल थे। जिनका ना कोई राजनीतिक सरोकार हैं, न सामाजिक सरोकार रहा है। ऐसे व्यक्ति को रातोरात पार्टी की सदस्यता दिलाकर टिकट के लिए दावेदारी भी पेश की गई। इससे बिहारशरीफ विधानसभा के राजद कार्यकर्ताओं का मनोबल काफी टूट गया है उनके मान सम्मान को भी ठेस पहुँचा है। जिससे सैकड़ो कार्यकर्ता आक्रोश में दिख रहे हैं। इसीलिए हम राजद कार्यकर्ताओं ने यह तय किया है कि हम लोग राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात कर उनके सामने इस बात को रखने का काम करेंगे। अगर हम लोगों को बिहार शरीफ विधानसभा से इस बार मौका नहीं मिलता है तो हम लोग किस दिन के लिए राजनीति करने का काम करेंगे। सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है कि अगर बिहार शरीफ से राजद कार्यकर्ताओं को इस बार टिकट नहीं दिया जाता है तो उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचेगा और राजद के सैकड़ो कार्यकर्ता व नेता सामूहिक इस्तीफा देने का भी काम करेंगे। जिसकी घोषणा राजद नेता तेजश्वी यादव से मिलने के बाद की जाएगी।