
हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा कोतवाली इलाके में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत के मामले में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने पीड़िता के घर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। बिटिया के घर पर सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर लगने के बाद कुछ कथित रिश्तेदार वहां से गायब हो गए हैं।
इनमें इनकी एक भाभी भी बताई जा रही है। पुलिस प्रशासन को अंदेशा है यह किसी संगठन से जुड़े लोग हो सकते हैं। जो कि परिजनों को भ्रमित कर रहे हो। इसे लेकर भी पुलिस और एसआईटी जांच में जुटी है। वहीं, निर्भया के दोषियों से लेकर राम रहीम, हनीप्रीत केस, राजस्थान का आनंदपाल आदि का केस लड़ने वाले वकील एपी सिंह हाथरस पहुंचे और उन्होंने आरोपियों के परिजनों से मुलाकात की।
आरोपियों के परिवार से मिलकर वकील एपी सिंह ने कहा कि पूरी तरह से युवकों को झूठा फंसाया गया है। पुरानी रंजिशों की बदले उन्हें झूठा फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि 104 फोन कॉल ने खुद बयां किया है। 62 कॉल लड़की की तरफ से की गई है, इस पर कोई परिवार वाला नहीं बोल रहा है। वकील ने दुष्कर्म पर कहा कि सीएफएसएल रिपोर्ट और मेडिकल रिपोर्ट से साफ हो गया कि दुष्कर्म नहीं हुआ है। उन्होंने सवाल किया कि नार्को टेस्ट होने दीजिए, उसे क्यों नहीं कराया जा रहा है। नार्को टेस्ट से सारी सच्चाई का पता चल जाएगा। आरोपी डरे हुए हैं, उन्हें लोगों ने बरगलाया हुआ है। उनको लोगों ने भड़काया है।
वकील एपी सिंह ने आरोप लगाया घटना के एक हफ्ते के बाद मामले में दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज करवाई गई। पीड़िता और उसकी मां के शुरुआती बयानों में दुष्कर्म की बात कहीं नहीं कही गई थी।