गोण्डा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में बढ़ते अपराधों के बीच कानपुर की तर्ज पर यहां भी एक व्यवसायी के पांच साल के पौत्र के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में भी कानपुर की तर्ज पर अपहरणकर्ताओं ने फोन पर परिजनों से फिरौती की चार करोड़ रुपए की डिमांड की है। इस घटना को लेकर पुलिस में खलबली मच गई है। पूरे मामले को लेकर पुलिस की सर्विलांस और एसओजी टीमें जानकारी इकट्ठा करने में जुट गई हैं। पुलिस ने दावा किया है कि शीघ्र ही अपहृत बच्चे को बरामद कर लिया जाएगा।
शुक्रवार को हुई इस वारदात को लेकर नगर में दहशत का माहौल है। बच्चे के अपहरण के बाद बदमाशों द्वारा परिजन को फोन करके फिरौती मांगी है। उसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। बताया जाता है कि पहले तो मामला छुपाने का प्रयास किया गया लेकिन बाद में पुलिस को सूचना दी गई।
बताया जाता है कि एक कार से स्वास्थ्य विभाग का परिचय पत्र गले में टांग कर कुछ लोग मोहल्ले में मास्क का वितरण करने के लिए आए और लोगों का नाम एक कागज पर लिख रहे थे। मोहल्ले में सेनिटाइजेशन कराने व सेनिटाइजर का वितरण करने का झांसा भी दिया।
बताया जाता है कि अपहरणकर्ता जब राजेश गुप्ता के घर के सामने पहुंचे तो उन्होंने सेनिटाइजर देने की बात कही और 5 वर्षीय बच्चे को साथ में लेकर यह कहते हुए गए कि गाड़ी से सेनिटाइजर निकाल कर दे देते हैं। इतना कहकर बदमाश निकले और गाड़ी के पास पहुंचते ही बच्चे को लेकर फरार हो गए।
मौके पर पहुंचे पुलिस के अधिकारियों ने नगर के प्रत्येक मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला है। उसके बाद एसओजी प्रभारी अतुल चतुर्वेदी पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी लेकर जांच शुरू कर दी है। घटना दिन में करीब डेढ़ बजे की है। देर शाम तक मामले में कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
कोतवाल राजनाथ सिंह का कहना है कि अपहृत बच्चे के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। सीओ ने बताया कि तेजी के साथ सर्विलांस के जरिए अपहरणकर्ताओं के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले लिए गए हैं और स्वास्थ्य विभाग से भी इस सम्बन्ध में जानकारी हासिल की जा रही है।