लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पिता की कमी खूब खल रही है। मुलायम सिंह यादव के निधन के अगले रोज आज बुधवार 12 अक्टूबर को वह बेहद भावुक हो गए। उन्होंने इस बात का संकेत अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दिया और बताया कि उन्हें पिता की गैर-मौजूदगी में पहली बार कैसा लगा। ट्वीट में पिता के अंतिम संस्कार से जुड़ी दो तस्वीरें शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, आज पहली बार लगा.बिन सूरज के सवेरा उगा। सपा संस्थापक मुलायम का 11 अक्टूबर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था।
यूपी के सैफई में पैतृक आवास पर नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए उमड़े जन सैलाब के बीच बड़े बेटे अखिलेश ने नम आंखों से पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी थी। यह काम करने से पहले अखिलेश ने सिर पर सपा की लाल टोपी लगाई थी। अंतिम संस्कार के दौरान वहां मौजूद लोगों ने नेताजी-अमर रहें और श्मुलायम सिंह यादव-अमर रहें, अमर रहें के नारे लगाए। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव का सोमवार 10 अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में निधन हुआ। वह 82 साल के थे। उनके पार्थिव शरीर को सोमवार शाम सैफई लाकर उनकी श्कोठीश् में रखा गया, जहां हजारों लोग नेताजी को अंतिम विदा देने पहुंचे। मुलायम सिंह अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच नेताजी के नाम से मशहूर थे।