लखनऊ । शिवम सिंह राणा । पर्वताराेहण के इतिहास में पहली बार ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी ने अपना नाम दर्ज कराया है। देशभर के 25 ट्रांसजेंडर्स के ग्रुप ने रविवार को हिमालय की 17348 फीट ऊंचाई पर स्थित फ्रेंडशिप पीक की चोटी पर तिरंगा फहराया। इस ऊंचाई पर तिरंगा फहराने वाला ये देश का पहला ट्रांसजेंडर्स ग्रुप है। इससे पहले ट्रांसजेंडर्स के किसी ग्रुप ने इतनी ऊंचाई पर चढ़ाई नहीं की। इस उपलब्धि के लिए ग्रुप के सभी मेंबर्स का नाम गिनीज बुक और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
सभी ने 6 अक्टूबर को चढ़ाई शुरू की थी। 11 अक्टूबर को चोटी पर पहुंचकर तिंरगा फहराया गया। ये ग्रुप अब अगले साल माउंट एवरेस्ट के शिखर पर चढ़ने की प्लानिंग बना रहा है।
फ्रेंडशिप पीक समुद्र तल से 5,287 मीटर (17,346 फीट) की ऊँचाई पर हिमाचल प्रदेश, भारत में एक पर्वत शिखर है।
प्रोजेक्ट के तहत छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के 25 ट्रांसजेंडर्स ने फ्रेंडशिप पीक पर चढ़ाई के लिए मनाली के एक केंद्र में ट्रेनिंग भी ली। चढ़ाई के लिए खुद काे फिजिकली फिट रखने के मकसद से ज्यादातर ट्रांसजेंडर्स पिछले दाे से ढाई महीने से राेज साइकिलिंग, रनिंग और वाॅक की लगभग दाे घंटे प्रैक्टिस कर रहे थे।
ग्रुप में देश की पहली ट्रांसक्वीन का खिताब जीतने वाली वीणा सेंद्रे और ब्यूटीशियन निकिता बजाज भी शामिल हैं। ग्रुप का नेतृत्व बॉडी बिल्डर ट्रांसमैन आर्यन पाशा और आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने किया। प्राेजेक्ट जाेश के नाम से की गई इस माउंटेनिंग का मकसद दुनिया काे समानता का संदेश देना और ये बताना रहा कि ट्रांसजेंडर्स हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं, उन्हें उनकी काबिलियत के दम पर आम इंसान की तरह सम्मान दें।