युवा कर्णधारों से सीधा संवाद -डॉ. राजेश्वर सिं ने छात्रों में भरा आत्मविश्वास…


बिजनेस अनप्लग्ड 2025 में डॉ. राजेश्वर सिंह ने युवाओं में जगाई नई चेतना

एआई से लेकर हरित विकास तक – नई पीढ़ी को मिला दिशा-संकेत

सशक्त युवा ही सशक्त भारत की नींव – टीएमएस मिलेनिया में डॉ. सिंह का प्रेरणास्पद संदेश

नवाचार को सम्मान, प्रतिभाओं को प्रोत्साहन – डॉ. राजेश्वर सिंह ने 5 छात्रों को भेंट किए लैपटॉप

इच्छाशक्ति, दृष्टिकोण और टेक्नोलॉजी में निपुणता –  सफलता का मंत्र साझा किया

युवाओं के हाथों में देश का उज्ज्वल भविष्य – डॉ. राजेश्वर सिंह का विश्वासपूर्ण उद्बोधन

लखनऊ।  शुक्रवार को सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने द मिलेनियम स्कूल, साउथ सिटी, रायबरेली रोड, लखनऊ में आयोजित T M S मिलेनिया और बिजनेस अनप्लग्ड 2025 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने बिजनेस अनप्लग्ड प्रतियोगिता के विजेता दलों – नव दृष्टि (प्रथम पुरस्कार), बिल्डोरा (द्वितीय पुरस्कार), सिप-इन (तृतीय पुरस्कार) को नकद पुरस्कार प्रदान कर उनके उद्यमशीलता और नवाचार की सराहना की। साथ ही उन्होंने पाँच मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप भेंट कर डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरक पहल की।

युवाओं का चेहरे की चमक देश के भविष्य का दर्पण होती है। आज आप सभी के चेहरों को देखकर मुझे पूरा विश्वास है कि भारत का भविष्य सुनहरा और उज्ज्वल है। डॉ. सिंह ने वैश्विक परिप्रेक्ष्य में हो रहे युद्धों का उल्लेख करते हुए कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में $300 बिलियन से अधिक की राशि खर्च हुई है, 1.5 लाख से अधिक लोग मारे गए हैं और 1 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। ऐसे युद्ध दोबारा न हों – इसकी ज़िम्मेदारी आज की युवा पीढ़ी पर है।आप न केवल भारत के, बल्कि विश्व के भी भविष्य के नेता हैं। आपको सुनिश्चित करना है कि शांति बनी रहे।

भविष्य की चुनौतियों पर किया आगाह 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत तेज़ी से दुनिया बदल रही है।वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक 70% मौजूदा नौकरियाँ समाप्त हो सकती हैं। युवाओं को निरंतर स्किल अपग्रेड करते रहना होगा, यही सबसे बड़ा चैलेंज है।” डॉ. सिंह ने T M S और बिजनेस अनप्लग्ड जैसे मंचों की सराहना करते हुए कहा कि ये कार्यक्रम छात्रों में रचनात्मकता, नवाचार और कौशल को बढ़ावा देते हैं और यह पीढ़ी वास्तव में आशीर्वाद स्वरूप है।

भारत की यात्रा, भारत की युवा शक्ति 

भारत के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने तक की यात्रा को रेखांकित करते हुए डॉ. सिंह ने कहा: आज का युवा उस भारत का उत्तराधिकारी है जिसकी नींव त्याग और संघर्ष पर टिकी है। अब यह पीढ़ी देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की जिम्मेदारी उठाए उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य और पर्यावरण आज के युवाओं के लिए प्रमुख चुनौती हैं। “हर साल 60 लाख से अधिक भारतीय गैर-संक्रामक रोगों से मरते हैं।

टिकाऊ और हरित विकास ही समाधान है।

सरोजनीनगर में युवाओं के लिए डिजिटल सशक्तिकरण 

डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में युवाओं के लिए किए जा रहे कार्यों को रेखांकित किया: 14 रण बहादुर सिंह डिजिटल सशक्तिकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं जहाँ युवाओं को निःशुल्क डिजिटल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 32 डिजिटल लाइब्रेरी और 31 स्मार्ट पैनल स्कूलों में स्थापित कर शिक्षा को तकनीक से जोड़ा गया है।

तकनीकी भविष्य में जागरूकता और सतर्कता आवश्यक 

2050 तक मशीनें मनुष्यों से अधिक बुद्धिमान हो सकती हैं। युवाओं को तकनीक के उस्ताद बनना होगा, न कि उसका शिकार।” उन्होंने फेक न्यूज़, मिसइंफॉर्मेशन और डीपफेक के खतरों पर भी आगाह किया।

प्रेरणा के स्रोत: मस्क और कलाम की कहानियाँ

सफलता के लिए बस पाँच चीजें चाहिए – इच्छाशक्ति, परिश्रम, दृष्टिकोण, सपने और ईश्वर की कृपा।” एलन मस्क – एक कंप्यूटर और बिना किसी सुविधा के दिन-रात कोडिंग करते हुए दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम – गरीब परिवार से उठकर, अख़बार बेचते हुए, स्ट्रीट लाइट के नीचे पढ़कर भारत के मिसाइल मैन बने।

इस अवसर पर शांतनु प्रकाश (चेयरमैन), डॉ. मंजुलिका गोस्वामी (प्रिंसिपल एवं निदेशक), प्रियंका भंडारी (हेडमिस्ट्रेस), अकांक्षा शर्मा (कोऑर्डिनेटर), सचिन दुबे (एडमिन मैनेजर), एवं भाजपा नेता शंकारी सिंह व तेजपाल सियाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।


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