जिला छोड़ कमांडेंट के खिलाफ डीजी ‘एक्शन’ मोड में, अब हर दिन अफसरों का ‘लोकेशन’ डीआईजी,आईजी लेंगे…


 जिलों से गायब रहने और घर पर मौज करने वाले कमांडेंट पर डीजी ने कसी नकेल : डीआईजी, आईजी हर दिन रखेंगे पैनी नजर

तेज-तर्रार डीजी बी. के. मौर्या द्वारा बनायी गयी नई व्यवस्था जिला छोड़कर गायब होने वाले मंडलीय कमांडेंट, जिला कमांडेंट पर कस दी गयी नकेल

1- मंडलीय कमांडेंट प्रतिदिन लेंगे अपने जिला कमांडेंट की लोकेशन

2- डीआईजी को मंडलीय कमांडेंट अपनी व कमांडेंट के प्रतिदिन की लोकेशन रिपोर्ट भेजेंगे

3-सभी डीआईजी के प्रतिदिन की रिपोर्ट आईजी,मुख्यालय लेंगे

4- स्टाफ आफिसर टू कमांडेंट जनरल सभी ट्रेनिंग सेंटर के मंडलीय कमांडेंट की रिपोर्ट लेंगे

संजय श्रीवास्तव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के तेज-तर्रार आईपीएस,डीजी,होमगार्ड बी.के.मौर्या जिलों से गायब होने वाले मंडलीय कमांडेेंट और जिला कमांडेंट के खिलाफ सख्ती का रुख अख्तियार कर लिया है। ‘द संडे व्यूज़’ ने खुलासा किया था कि होमगार्ड विभाग के डीआईजी अपने ही डीजी को गलत रिपोर्ट भेज हर दिन कर रहे हैं गुमराह, खबर को गंभीरता से लिया। उन्होंने प्रदेश के सभी डीआईजी को निर्देश दिया कि नई व्यवस्था के तहत मंडल में तैनात सभी मंडलीय कमांडेंट और जिला कमांडेंट के उपस्थिति और अनुपस्थिति की हर दिन की रिपोर्ट डीआईजी और आईजी भी लेंगे। उक्त अफसर अपनी रिपोर्ट मुख्यालय के स्टॉफ आफिसर टू कमांडेंट जनरल को देंगे और वे डीजी को सौंपेंगे। इस आदेश के बाद प्रदेश में तैनात जिला छोड़ अफसरों में हड़कम्प मचा हुआ है।  बता दें कि पूर्व में व्यवस्था थी कि मंडलीय कमांडेंट ही अपनी रिपोर्ट मुख्यालय भेज देते थे,जिसमें अधिसंख्य रिपोर्ट फर्जी होती थी। रिपार्ट होती थी कि कमांडेंट जिले में तैनात हैं और पता चला कि वो अपने घर बैठकर बिजनेस कर रहा है। बहरहाल,डी जी श्री मौर्या जिन्हें सिस्टम तोडऩे वाले कतई बर्दाश्त नहीं है और जिला छोड़ फडफ़ड़ा रहे हैं कि अब उनका व्यवसाय कैसे चलेगा ?

‘द संडे व्यूज’ की पहचान बेबाकी से खबरें लिखने की है। बिना भेद-भाव के लेखनी से प्रहार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस की राह पर चलते हुये द संडे व्यूज़ ने 12 साल का लंबा सफर तय कर लिया है। यही वजह है कि तथ्यों के आधार पर लिखी गयी खबरों को अफसरान गंभीरता से लेते हैं। 29 अप्रैल को आईजी,पुलिस धर्मवीर ने प्रदेश के सभी डीआईजी, मंडलीय कमांडेंट एवं जिला कमांडेंट को पत्र जारी किया। पत्र में निर्देशित है कि डीजी बी. के. मौर्या के निर्देश पर पूर्व के आदेश को खत्म कर नया निर्देश जारी किया जा रहा है । जिसके तहत परिक्षेत्रीय अधिकारियों की निर्देशित किया जाता है कि वे प्रतिदिन की उपस्थिति की जांच कर निम्र अधिकारियों को अवगत कराये। जिला कमांडेंट प्रत्येक दिवस की उपस्थिति अपने मंडलीय कमांडेंट को उपलब्ध कराये।

इसी तरह मंडलीय कमांडेंट प्रत्येक दिवस की अपनी उपस्थिति एवं जिला कमांडेंट की उपस्थिति की रिपोर्ट अपने परिक्षेत्र के डीआईजी को प्रतिदिन सौंपे। वहीं,डीआईजी अपने परिक्षेत्र के मंडलीय कमांडेंट व जिला कमांडेंट की प्रतिदिन की उपस्थिति की रिपोर्ट उसी दिन डीआईजी,मुख्यालय से जुड़े कंट्रेाल रुम में 12.30 बजे तक उपलब्ध कराये। इसी तरह समस्त डीआईजी की उपस्थिति की रिपोर्ट आईजी,मुख्यालय लेंगे। स्टाफ आफिसर टू कमांडेंट जनरल,लखनऊ द्वारा समस्त मंडलीय कमांडेंट, मंडलीय प्रशिक्षण केन्द्र, प्रयागराज,आगरा, आजमगढ़, अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद,झांसी,बरेली एवं लखनऊ के मंडलीय कमांडेंट की प्रतिदिन उपस्थिति की रिपोर्ट लेंगे। कनिष्ठ स्टाफ अधिकारी (आर.एण्डपी.) ,लखनऊ द्वारा प्रयागराज, मेरठ, अलीगढ़, आजमगढ़,आगरा, बरेली, झांसी एवं लखनऊ के जिला कमांडेंट की उपस्थिति की प्रतिदिन रिपोर्ट लेंगे। कनिष्ट स्टाफ अधिकारी (टी.एण्ड क्यू) मुख्यालय,लखनऊ द्वारा मिर्जापुर, वाराणसी, बस्ती, गोरखपुर, देवीपाटन, अयोध्या, सहारनपुर, चित्रकूट एवं कानपुर के जिला कमांडेंट के उपस्थिति की पुष्टि प्रतिदिन करेंगे।

पत्र में निर्देशित किया गया है कि सभी अधिकारी अपने अधिनस्थों की उपस्थिति,सूचना संबंधित उपरोक्त निर्देशों का तत्काल कड़ाई से पालन करें। आईजी,पुलिस का पत्र जारी होते ही विभाग में हड़कम्प मच गया क्योंकि अभी तक जो व्यवस्था थी उसके तहत सभी मंडलीय कमांडेंट,जिला कमांडेंट आफिसर्स ग्रुप पर भी फर्जी रिपोर्ट भेज देते थे,जिसे भरोसा कर मुख्यालय के अफसर सही मान लेते थे। लेकिन…। अब तेज तर्रार डीजी बी के मौर्या ने ऐसी घेराबंदी कर दी कि वर्दी की आड़ में लखनऊ आकर सत्ता के गलियारों में टहलने और प्रापर्टी का धंधा बनाने वाले अफसरों की सांसें हलक में आ गयी है। अब यदि मंडलीय कमांडेंट से झूठ बोलेंग तो उनसे ऊपर वाले अधिकारी चेक कर सकते हैं,फिर…।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *