दिल्ली। आज कांशीराम जी के जयंती पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें याद करते हुए मीडिया को सम्बोधित किया। उन्होंने कांशीराम जी को उनके पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया और कांशीराम जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की, कांशीराम गरीब व बिछड़ों को आगे लाना चाहते थे, ‘कांशीराम ने दलित,वंचितों की आवाज उठाई वो कांशीराम दलितों के हितैषी थे। बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलते हुए दलित-पिछड़ों को एकजुट होना होगा।
बिना नाम लिए भीम आर्मी पर बोला हमला:
अपनी बात को आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा की ‘BSP के मूवमेंट को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। इसके लिए विरोध पार्टियां पैसा बहा रहीं हैं, ऐसे संगठन, पार्टियों के पास पैसा कहां से आता है? ‘विरोधी पार्टियों से चंदा लेते हैं ऐसे संगठन’, ऐसे लोगों से सजग और सचेत रहें। कांग्रेस-बीजेपी के लोग हथकंडे अपना रहे, दलितों, पिछड़ों को ये पार्टियां बहका रहीं, ‘कांशीराम चाहते थे दलित सत्ता तक पहुंचे
हाथरस मामले पर मायावती का बयान, दलितों पर जुल्म हो रहा, हर स्तर पर दलितों का शोषण- माया:
हाथरस मामले पर बयान देते हुए उन्होंने कहा की बीजेपी-कांग्रेस के लोग एक हैं, अंदर से दोनों पार्टियां एक हैं, ‘संकीर्ण मानसिकता की पार्टियां से सचेत रहें’ BSP को बदमान करने का साजिश, ‘हमें सत्ता तक पहुंचने से रोकने की साजिश, ‘BSP को आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश’, किसी की पिछलग्गू नहीं है। ‘राजनीतिक स्वार्थ के लिए होते हैं गठबंधन’, उपचुनाव में बीएसपी को फायदा होगा।