75 हजार में बेचता था पिस्टल
.32 बोर की पांच पिस्टलें बरामद
धनीष श्रीवास्तव
लखनऊ। एक अर्से से अवैध असलहे यूपी पुलिस के लिए सिरदर्द बने रहे हैं। बात अपराधों की हो या दबंगई दिखाने की, अवैध असलहों का इस्तेमाल सामने आता रहा है। अवैध असलहों पर लगाम लगाने के क्रम में यूपी एसटीएफ को एक बड़ी सफलता मिली है। बाराबंकी के हिंद अंडरपास के निकट एक अंतरराज्यीय असलहा तस्कर को गिरफ्तार कर पिस्टलों की खेप बरामद की गई है।
यूपी एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना पर राहुल मिश्रा नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। राहुल ने पूछताछ पर बताया कि वह अवैध असलहों को मध्यप्रदेश के इंदौर से लाकर लखनऊ के आसपास के जनपदों में सप्लाई करता है। वो इंदौर से इन असलहों को 40 से 45 हजार रूपये में खरीद कर लाता था। लखनऊ के आसपास के जनपदों में इन अवैध असलहों को 75 से 80 हजार रूपए में बेचता था। राहुल अवैध असलहों की तस्करी का काम काफी समय से कर रहा था, इसने कहां-कहां हथियार सप्लाई किए हैं, पुलिस अब इसकी तफ्तीश कर रही है।
दरअसल, काफी समय से पुलिस को अन्य राज्यों से यूपी में हथियार लाकर बेचने की सूचना मिल रही थी। इस बारे में एसटीएफ की विभिन्न इकाइयों व टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में दिनेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर तफ्तीश शुरू की गई और अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। यूपी एसटीएफ की टीम तस्करों की सरगर्मी से तलाश कर ही रही थी कि उसे पता चला कि बाराबंकी के नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हिंद अंडरपास के निकट राहुल मिश्रा नाम का शख्स किसी को पिस्टल सप्लाई करने आ रहा है।
जिसके बाद यूपी एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर विद्यासागर, अमित कुमार तिवारी, मुख्य आरक्षी आलोक कुमार पाण्डेय, मुख्य आरक्षी अमित कुमार सिंह और मुख्य आरक्षी स्वरूप कुमार पाण्डेय की एक टीम ने घेराबंदी करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के पास से पांच पिस्टलों के अलावा दो जिंदा कारतूस, एक पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य कागजात बरामद हुए। पुलिस उसे मुकदमा दर्ज कर जेल भेज रही है, साथ ही उसके साथ इस काले कारोबार में अगर और कोई शामिल है, तो उसका पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।