चित्रकूट। संजय साहू: जिले का खाद्य सुरक्षा आय दिन लोगो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता नजर आ रहा है। बताते चले यनं दिनों लाकड़ाऊंन के बीच त्योहारों का बाजार भी जमकर गर्म है लेकिन जिले का खाद्य सुरक्षा विभाग ऐसे मावा पर रोक लगाने में असमर्थ साबित हो रहा है। बताते चले जिले के मानिकपुर मऊ बरगढ़ राजापुर सहित कई दुकानों पर भी मावा का व्यापार तेज़ी से हो रहा है। लेकिन विभाग अपनी मनमानी से बाज़ नही आ रहा है।
बताते चले कई दिनों से खबरें लगातार चल रही थी कि जिले में कई जगह अवैध तरीके से पनीर और खोवा मावा का गोरखधंधा फल फूल रहा है। लेकिन विभाग महज़ साल के 2 य 3 बार से ज्यादा जांच सैम्पल नही भर पाता है। आपको बता दें रक्षाबंधन और 15 अगस्त में जमकर मिठाई की खेप जिले में खपाई जाती है और मावा बनाने से पहले क्रीम निकालकर मावा में केमिकल मिलाकर बाद में मावा तैयार करते है।
लेकिन विभाग आंख मूंदकर महज़ साल में मात्र 3 य 4 बार ही कार्यवाही कर पाता है। बाकी बाद में वसूली के बल में मावा व्यापारियों को बढ़ावा दिया जाता है। सूत्रों की माने तो मावा व्यापारी अधिकारियों को एक मोटी रकम देकर अपना काम रफा दफा कर लेते है और हर महीने एक बड़ी खेप अधिकारियों के जेब को भरती रहती है। फिर चाहे किसी की जान जाए या फिर वो मरे।